मेटा और ट्विटर समेत इन कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को निकाला
वैश्विक मंदी की आहट में कई टेक कंपनियां छंटनी कर रही हैं। ट्विटर के बाद फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने भी 11,000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। कंपनी के इतिहास की यह सबसे बड़ी छंटनी है और एक ही झटके में 13 प्रतिशत कर्मचारी अपनी नौकरी से हाथ धो बैठेंगे। आइये जानते हैं कि ट्विटर और मेटा समेत किन अन्य कंपनियों ने छंटनी करने का ऐलान किया है।
मेटा: एक साथ 11,000 कर्मचारियों की छंटनी
लगातार चौथी तिमाही में हुए नुकसान के कारण मेटा का मार्केट कैप एक चौथाई गिर गया है और शेयर की कीमत 2016 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। इस बीच कंपनी ने 11,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला लिया है। महामारी के दौरान कंपनी ने बड़े स्तर पर भर्ती की थी, लेकिन टिकटॉक जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मिलती टक्कर और ऐपल iOS की चुनौतियों से मेटा का कारोबार प्रभावित हुआ है।
ट्विटर से निकाले गए 3,700 कर्मचारी
पिछले महीने ट्विटर को खरीदने के बाद अमेरिकी अरबपति ने कंपनी के 3,700 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यह कंपनी के कार्यबल की लगभग आधी संख्या थी। भारत में काम करने वाले कंपनी के कर्मचारी भी इससे प्रभावित हुए हैं। 4 नवंबर को मस्क ने एक पोस्ट में बताया था कि उनके पास कर्मचारियों को निकालने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि ट्विटर के राजस्व में भी गिरावट दर्ज की गई है।
लिफ्ट और कॉइनबेस में भी गईं नौकरियां
अमेरिका स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी लिफ्ट (Lyft) ने अपने 700 कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने का नोटिस थमा दिया है। कंपनी ने इसके पीछे अगले साल आने वाले संभावित मंदी को वजह बताया है। इससे पहले जून में कॉइनबेस ने अपने 1,100 कर्मचारियों (कार्यबल का 18 प्रतिशत) को नौकरी से निकाला था। कंपनी की वैल्यू में इस साल भारी गिरावट देखने को मिली है। कंपनी प्रमुख ने संभावित मंदी को इस फैसले की वजह बताया था।
स्ट्राइप: 1,100 कर्मचारियों की हुई छंटनी
ऑनलाइन पेमेंट के क्षेत्र में बड़ी कंपनी स्ट्राइप ने पिछले हफ्ते 1,100 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था, जो उसके कुल कार्यबल का 14 प्रतिशत हिस्सा थे। कंपनी के प्रमुख पैट्रिक कोलिसन ने कहा कि बढ़ती महंगाई, ऊंची ब्याज दरें, मंदी के भय, निवेश के कम पैसा और स्टार्टअप के लिए फंडिंग की कमी को देखते हुए यह फैसला लेना जरूरी हो गया था। उन्होंने कहा कि 2022 से नए आर्थिक माहौल की शुरुआत हो रही है।
शॉपिफाई से निकाले गए 1,000 कर्मचारी
शॉपिफाई ने जुलाई में अपने कार्यबल को 10 प्रतिशत कम करते हुए 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी। कंपनी ने कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण आए ई-कॉमर्स बूम की अवधि का ठीक से अंदाजा नहीं लगा पाई।
नेटफ्लिक्स और टेस्ला ने भी की कर्मचारियों की छुट्टी
ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने दो चरणों में 450 कर्मचारियों की छंटनी की है। गिरती कमाई के बीच लागत कम करने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया था। नेटफ्लिक्स का शेयर में इस साल 58 प्रतिशत की गिरावट आई है। एलन मस्क की दूसरी कंपनी टेस्ला ने भी इस साल अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की है। मस्क ने कहा था कि कंपनी के कई विभागों में ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनकी छंटनी होगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने भी निकाले 1,000 कर्मचारी
पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह अपने 1,000 कर्मचारियों (1 प्रतिशत) को निकाल रही है। सितंबर में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का राजस्व पिछले पांच सालों में सबसे धीमी गति से बढ़ा था।
वैश्विक मंदी की आशंका जाहिर कर चुका है IMF
पिछले महीने जारी अपनी रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वैश्विक मंदी की आशंका व्यक्त की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि महामारी के चरण को छोड़ दें तो साल 2001 के बाद से फिलहाल वैश्विक विकास दर सबसे कमजोर है। यह अनुमान सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण मंदी को दर्शाता है। IMF अधिकारियों ने कहा था कि 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक तिहाई से अधिक की गिरावट आने का खतरा बढ़ गया है।