Page Loader
2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत, मॉर्गन स्टेनली ने लगाया अनुमान
अगले 5 सालों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत- मॉर्गन स्टेनली

2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत, मॉर्गन स्टेनली ने लगाया अनुमान

Nov 09, 2022
03:07 pm

क्या है खबर?

अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी संभावनाएं बन रही हैं। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान जताया है कि 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसके लिए निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए नीतियों में बदलाव और सार्वजनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास जैसे कदमों को कारण बताया गया है। बता दें कि भारत अभी दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

अनुमान

10 साल में यहां होगी भारत की अर्थव्यवस्था

अमेरिकी कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि अगले 10 सालों में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) मौजूदा 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 8.5 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगा। हर साल भारत अपनी GDP में 400 बिलियन डॉलर जोड़ेगा। तब केवल चीन और अमेरिका की अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था से आगे होगी। कंपनी के मुख्य एशिया अर्थशास्त्री चेतन आह्या ने कहा कि कई घरेलू और वैश्विक कारण इस अनुमान को सही ठहरा रहे हैं।

जानकारी

कंपनियों की पसंद के तौर पर उभर रहा भारत- आह्या

नीतिगत बदलावों की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए आह्या ने GST, कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती और प्रोडक्शन-लिंक्ड इन्सेंटिव्स (PLI) का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बहुध्रुवीय दुनिया में कंपनियां अपनी सप्लाई चेन्स बढ़ा रही हैं और भारत उनकी पसंद के तौर पर उभर रहा है।

जानकारी

इस स्थिति पर 2007 में था चीन

चीन का उदाहरण देते हुए आह्या ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था आज उस मुकाम पर खड़ी है, जहां 2007 में चीनी अर्थव्यवस्था थी, लेकिन भारत की कामकाजी आबादी की संख्या बढ़ रही है, जिसका अर्थ है कि यह लंबी दूरी तय करेगा। उन्होंने कहा कि सारे कारकों को मिला लिया जाए तो भारत की रियल GDP 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जबकि चीनी अर्थव्यवस्था औसतन 3.6 प्रतिशत की दर से विकास करेगी।

अनुमान

तेज गति से विकास करेगा भारत- आह्या

आह्या ने कहा कि भारत ऐसे चरण में प्रवेश कर रहा है, जहां उच्च आधार पर आय तेजी से बढ़ेगी। उदाहरण के तौर पर भारत को 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 1991 से अब तक 31 साल लगे हैं, लेकिन अगले 3 ट्रिलियन डॉलर जोड़ने में इसे महज सात साल का समय लगेगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि 2034 तक भारतीय बाजार का मार्केट कैप 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 11 ट्रिलियन डॉलर हो सकता है।

जानकारी

डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भारत अन्य से अलग- आह्या

आह्या ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी भारत को अन्य देशों से अलग करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने अपना सार्वजनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर आधार पर खड़ा किया है, जबकि अन्य अर्थव्यवस्थाओं ने इसके लिए निजी नेटवर्क का सहारा लिया है। अपने लेख में उन्होंने आगे लिखा कि इसे बेहतर करने के लिए और काम किया जा रहा है, जिससे यह व्यापार और ग्राहकों के बीच की दूरी कम करेगा और कारोबार में सुगमता प्रदान करेगा।

जानकारी

ONDC का दिया उदाहरण

डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करते हुए उन्होंने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) का उदाहरण दिया, जिसे ई-कॉमर्स में UPI (यूनिफाईड पेमेंट इंटरफेस) के समान बताया जा रहा है। उन्होंने भारत के इस मॉडल की सराहना की है।

जानकारी

ब्रिटेन को पछाड़कर पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है भारत

पांचवें स्थान पर पहुंचने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था ने ब्रिटेन को पछाड़ा था। 2021 की अंतिम तिमाही में भारत ने ब्रिटेन को पछाड़ दिया था। नकदी के हिसाब से अर्थव्यवस्था के आकार की बात करें तो मार्च में समाप्त हुई तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 854.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की थी, जबकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 816 बिलियन डॉलर था। बता दें कि 10 साल पहले भारतीय अर्थव्यवस्था आकार के हिसाब से 11वें स्थान पर थी।