2,000 के नोट का तरह-तरह से हो रहा इस्तेमाल, भरे जा रहे हैं सालों पुराने टैक्स
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने का ऐलान किया था। इस फैसले ने फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी जोमैटो को अलग ही मुश्किल में डाल दिया है। दरअसल RBI की 2,000 के नोटों के लेकर जारी किए गए बयान के बाद से जोमैटो के पास 2,000 रुपये के नोटों की बाढ़ आ गई है। इसके अलावा भी लोग तरह-तरह से 2,000 के नोट को इस्तेमाल कर रहे हैं।
जोमैटो के 72 प्रतिशत ग्राहकों ने 2,000 के नोट से की पेमेंट
जोमैटो ने ट्वीट में दावा किया कि RBI के नोट को आने वाले समय में बंद किए जाने की घोषणा के बाद सप्ताहां के दौरान उसके 72 प्रतिशत ग्राहक अपने नकद ऑर्डर के पेमेंट के लिए 2,000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कंपनी ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी है। बता दें कि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में कहा था कि 2,000 रुपये के अधिकांश नोट 30 सितंबर तक वापस आने की उम्मीद है।
नोट खपाने के लिए अपना रहे हैं ये तरीके
RBI की घोषणा के बाद से लोग अपने 2,000 रुपये के नोटों को खपाने और इसे बदलने के लिए तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। हाल में सोने की खरीदारी बढ़ी है क्योंकि लोग 2,000 रुपये के नोटो से सोना खरीद रहे हैं। 11 हफ्तों में पहली बार भारत में सोना प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा गाड़ियों की खरीद बढ़ी है और लोग डाउनपेमेंट में 2,000 के नोट दे रहे हैं।
पेट्रोल पंप, जुर्माना भरने के लिए इस्तेमाल हो रहे 2,000 के नोट
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूरत के पेट्रोल पंप मालिक सुरेश देसाई ने बताया कि पहले 2,000 की एक गड्डी मुश्किल से आती थी, लेकिन RBI के ऐलान के बाद एक दिन में 2.5 गड्डी आ गई। इसके अलावा भी कई पेट्रोल पंपों पर 2,000 के नोट बढ़े हैं। लोग अपनी पुरानी गाड़ियों का टैक्स 2,000 की नोट से भरकर अब उन्हें RTO से छुड़ा रहे हैं। कैश मशीन में लोग 2,000 की नोट जमा कर रहे हैं।
बैंक अब जारी नहीं करेंगे 2,000 के नोट
गवर्नर दास ने बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपये के नोट जारी करने से रोकने की भी सलाह दी है। उन्होंने यह भी बताया कि ज्यादा रकम वाले नोट को वापस लेने का निर्णय मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा था। उन्होंने यह भी कहा कि 2,000 रुपये के नोटों को कानूनी रूप से स्वीकार किया जाना जारी है। बता दें कि RBI ने भी कुछ साल पहले 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी थी।
नोट बदलने या जमा करने वालों का रखा जाएगा डाटा
2,000 के नोटों की छपाई बंद होने से ये ज्यादा चलन में भी नहीं हैं और 2016 में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों की तुलना में कम ही लोग इतने बड़े नोट रखते हैं। RBI ने बैंकों से 2,000 के नोटों के आदान-प्रदान पर दैनिक डाटा और इनके जमा होने का डाटा रखने के लिए कहा है। इसके तहत बैंक नोट बदलने या जमा करने वाले का नाम, दिनांक और नोटों की संख्या का लेखा-जोखा रखेंगे।