अडाणी समूह के गिरते कारोबार पर RBI गवर्नर बोले- भारतीय बैंकिग प्रणाली पर नहीं पड़ेगा फर्क
क्या है खबर?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को अडाणी समूह को लेकर अपना बयान दिया। उन्होंने कहा भारतीय बैंकिंग प्रणाली इतनी मजबूत है कि उसे इससे फर्क नहीं पड़ेगा और उसने अपनी क्षमता का आंकलन किया हुआ है।
उन्होंने कहा, "वर्तमान समय में भारतीय बैंकों का आकार और उनकी क्षमता काफी अधिक है। बैंकिग क्षेत्र पहले से कहीं अधिक सशक्त और मजबूत है, जो इस प्रकार के मामलों से प्रभावित होने वाला नहीं है।"
लोन
अडाणी समूह को दिए गए लोन पर बोल रहे थे गर्वनर
RBI गवर्नर के सामने अडाणी समूह को दिए गए लोन को लेकर चिंता व्यक्त की गई थी और समूह से जुड़ी कंपनियों को दिए गए लोन के बारे में सवाल पूछा गया था। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि भारतीय बैंकों की स्थिति काफी मजबूत है।
दरअसल, हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाये गए हैं कि अडाणी समूह पर बहुत अधिक कर्ज है और इससे भारतीय बैंकों को वित्तीय जोखिम हो सकता है।
बयान
RBI का सेंट्रल डाटाबेस वित्तीय जोखिम पर रखता है नजर- गवर्नर
गवर्नर दास ने कहा, "रिजर्व बैंक ने भारतीय बैंकों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सरकारी और निजी बैंकों की निरंतर निगरानी की जाती है।"
उन्होंने कहा कि RBI के पास सेंट्रल रिपॉसिटरी ऑफ इंफोर्मेशन ऑन लार्ज क्रेडिट्स (CRILC) डाटाबेस सिस्टम है, जहां बैंक पांच करोड़ रुपये या उससे अधिक जोखिम की रिपोर्ट रखते हैं ताकि किसी भी बैंक को वित्तीय संकट की सूचना मिल सके।
बयान
अडाणी समूह को लेकर सीधी टिप्पणी करने से किया इनकार
गर्वनर ने कहा कि बैंकिग क्षेत्र स्थिर है और उसे समूह विशेष की अस्थिरता से कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यवसायिक जोखिमों को लेकर उनकी ओर से शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी।
अडाणी समूह पर सीधी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक किसी समूह के व्यक्तिगत मामलों और उनके कारोबारी हितों की चर्चा सार्वजनिक स्तर पर नहीं कर सकता है।
मामला
MPC की बैठक के बाद रेपो रेट में वृद्धि की घोषणा
RBI गर्वनर ने आज मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद रेपो रेट में वृद्धि की घोषणा भी की। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई है।
RBI ने लगातार छठी बार रेपो रेट में वृद्धि की है। इससे पहले पिछले साल 7 दिसंबर को 50 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की गई थी।