NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / रेपो रेट क्या होती है और इसके घटने-बढ़ने का आम आदमी पर क्या असर पड़ता है?
    अगली खबर
    रेपो रेट क्या होती है और इसके घटने-बढ़ने का आम आदमी पर क्या असर पड़ता है?
    RBI ने एक बार फिर बढ़ाई रेपो रेट

    रेपो रेट क्या होती है और इसके घटने-बढ़ने का आम आदमी पर क्या असर पड़ता है?

    लेखन सकुल गर्ग
    Feb 08, 2023
    03:52 pm

    क्या है खबर?

    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया, जिसके बाद रेपो रेट 6.25 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई।

    RBI के गर्वनर शक्तिकांत दास ने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद रेपो रेट में वृद्धि की घोषणा की थी।

    आइए जानते हैं कि मॉनेटरी पॉलिसी, रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट क्या होते हैं और इनका आम आदमी पर क्या असर पड़ता है।

    पॉलिसी 

    सबसे पहले जानें क्या होती है मॉनेटरी पॉलिसी

    RBI की मॉनेटरी पॉलिसी देश के आर्थिक विकास को सुरक्षित रखने और इसे बढ़ावा देने के लिए वित्तीय साधनों और उपायों का एक संग्रह है।

    RBI विकास के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मूल्य स्थिरता बनाए रखने के लिए समय-समय पर मॉनेटरी पॉलिसी की समीक्षा करता है।

    मॉनेटरी पॉलिसी मूल रूप से वाणिज्यिक बैंकों और अप्रत्यक्ष रूप से आम लोगों और कंपनियों के लिए उपलब्ध धन की आपूर्ति को दर्शाती है।

    दर 

    क्या होती है रेपो रेट?

    RBI जिस दर पर बैंकों को कर्ज देता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है। दरअसल, जिस प्रकार लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंकों से पैसा लेकर ब्याज चुकाते हैं, उसी प्रकार बैंक जरूरत पड़ने पर RBI से लोन लेते हैं।

    इस लोन पर बैंक जिस दर से RBI को ब्याज देते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है। रेपो रेट अर्थव्यवस्था के सबसे अहम कारकों में से एक होती है।

    रेट 

    रिवर्स रेपो रेट क्या होती है?

    रिवर्स रेपो रेट वो ब्याज दर होती है जिस पर RBI देश के बैंकों से लोन लेता है। बाजार में नकदी की मात्रा बढ़ने के बाद RBI महंगाई दर बढ़ने से रोकने के लिए रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है। इससे बैंक अपना ज्यादा पैसा RBI को देने लगते हैं, जिसके बदले केंद्रीय बैंक उन्हें ज्यादा ब्याज देता है।

    RBI ने पिछले काफी समय से रिवर्स रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है और यह फिलहाल 3.35 प्रतिशत है।

    जानकारी

    रेपो रेट से कम क्यों होती है रिवर्स रेपो रेट?

    RBI के कमाने के लिए जरूरी है कि रेपो दर रिवर्स रेपो रेट से अधिक हो। RBI बैंकों की बचत पर ब्याज के भुगतान की तुलना में उन्हें दिए गए लोन पर अधिक ब्याज वसूलता है, जिससे उसकी कमाई होती है।

    कारण

    रेपो रेट कम होने से आम आदमी को क्या फायदा होता है?

    अगर रेपो रेट कम होती है तो इसका मतलब हुआ कि बैंकों को RBI से कम ब्याज पर लोन मिलेगा।

    बैंक इसका फायदा अपने ग्राहकों को भी देते हैं। रेपो रेट कम होने से आम लोगों को कम ब्याज दर पर घर और गाड़ी समेत दूसरी जरूरतों के लिए बैंक से लोन मिल पाता है।

    रेपो रेट कम होने से विकास की गति बढ़ती है, लेकिन महंगाई बढ़ने की भी संभावना होती है।

    बढ़त

    रेपो रेट बढ़ने से आम आदमी की जेब पर पड़ता है बोझ

    अगर रेपो रेट बढ़ाई जाती है तो बैंकों को लोन के लिए ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा और इसका असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है क्योंकि अब लोगों को अधिक ब्याज अदा करना होगा। कई बार महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रेपो बढ़ाई जाती है।

    अगर रेपो रेट को बढ़ाया जाता है तो बैंक RBI से कम लोन लेते हैं और लोग भी लोन महंगा होने के कारण बाजार में पैसा लगाने से बचते हैं।

    कारण

    रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में बदलाव होने से क्या होता है?

    RBI रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट की दरों में बदलाव के जरिए बाजार को कुछ हद तक नियंत्रित करने की कोशिश करता है।

    उदाहरण के लिए, यदि RBI रेपो रेट को कम करता है तो इससे आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलता है क्योंकि बैंक भी होम लोन समेत विभिन्न तरह के लोन सस्ते कर देते हैं, जिससे लोग अधिक लोन लेने और अधिक खर्च करने लगते हैं।

    रेपो रेट बढ़ने पर अधिक ब्याज के कारण लोग लोग नहीं लेते।

    संबंध 

    रेपो रेट का शेयर बाजार से क्या है संबंध?

    शेयर बाजार और ब्याज दर का विपरीत संबंध है। RBI जब भी रेपो रेट बढ़ाता है तो इसका असर शेयर बाजारों पर देखने को मिलता है।

    रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद कंपनियों को खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इससे विकास में गिरावट आती है और लाभ और भविष्य का नकदी प्रवाह प्रभावित होता है।

    इसके चलते शेयरों की कीमतों में कमी शुरू हो जाती है और शेयर बाजार में गिरावट आती है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारतीय रिजर्व बैंक
    रेपो रेट
    रिवर्स रेपो रेट

    ताज़ा खबरें

    कान्स 2025: अभिनेत्री शालिनी पासी ने रेड कार्पेट पर रखा कदम, आपने देखी क्या तस्वीरें?   कान्स फिल्म फेस्टिवल
    पहाड़ों पर ऑटोमेटिक कार को चलाना है खतरनाक, इन तरीकों से आसान होगा सफर  कार
    कौन हैं 'यात्री डॉक्टर' नवाकुंर चौधरी, जो ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद चर्चा में हैं? हरियाणा
    कौन हैं भारत की जासूसी करने के आरोप में 4 राज्यों से गिरफ्तार 11 आरोपी?  पंजाब

    भारतीय रिजर्व बैंक

    इतिहास के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा भारतीय रुपया, डॉलर के मुकाबले 78.29 हुई कीमत अमेरिका
    भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी स्कैम; हजारों निवेशकों ने गंवाए कुल एक लाख करोड़ रुपये बिटकॉइन
    क्या है उबर फाइल्स, जिसमें सामने आईं कंपनी की कई अनैतिक और आपत्तिजनक गतिविधियां? उबर
    अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कीमत 80 पार, जानें क्या असर पड़ेगा भारतीय रुपये

    रेपो रेट

    RBI ने 25 बेसिस प्वॉइंट घटाई रेपो रेट, सस्ते होंगे लोन और EMI भारतीय रिजर्व बैंक
    दीवाली से पहले RBI ने कम की ब्याज दरें, GDP का अनुमान भी घटाया रिवर्स रेपो रेट
    कोरोना वायरस: RBI ने दी राहत, बैंक तीन महीने तक EMI में दे सकते हैं छूट भारतीय रिजर्व बैंक
    RBI ने कम की रेपो रेट, EMI भुगतान के लिए मिला तीन महीने का अतिरिक्त समय भारतीय रिजर्व बैंक

    रिवर्स रेपो रेट

    रेपो रेट में बदलाव नहीं, वास्तविक GDP दर में 9 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान- RBI भारतीय रिजर्व बैंक
    RBI ने बरकरार रखी 4% रेपो रेट, जानिये इसमें बदलाव से क्या असर होता है? भारतीय रिजर्व बैंक
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025