2,000 रुपये के नोटों को वापस लेगा RBI, सितंबर तक बैंकों से बदल सकेंगे
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को कहा कि वह 2,000 रुपये के गुलाबी नोटों को चलन से वापस लेगा। फिलहाल ये वैध मुद्रा बने रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, RBI अब 2,000 रुपये के नोट छापना भी पूरी तरह बंद कर देगा। RBI ने बैंकों को सलाह दी है कि तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपये के नोट जारी करना बंद कर दें। 23 मई से 30 सितंबर तक एक बार में अधिकतम 20,000 रुपये तक के नोट बदले जा सकेंगे।
क्यों लिया गया अचानक फैसला?
RBI ने एक बयान में बताया कि क्लीन नोट नीति के तहत नोटों को वापस लिया गया है। लोगों को दिक्कत न हो, इसलिए 30 सितंबर तक नोट बदले जा सकेंगे। बता दें, 8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने 1,000 और 500 रुपये के पुराने नोट बंद करके 2,000 और 500 रुपये के नए नोट जारी किए थे। सरकार ने नोटबंदी के एक साल बाद 2,000 रुपये के नोट 97 प्रतिशत छापना बंद कर दिया था।
2016 से अब तक 2,000 के कितने नोट छापे गए?
RBI की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016-17 में 2,000 के कुल 350 करोड़ नोट छापे गए थे। 2017-18 में ये संख्या घटकर सिर्फ 15.10 करोड़ नोट रह गई। 2018-19 में 2,000 के कुल 4.70 करोड़ नोट छापे गए थे। इसके बाद 2019-20, 2020-21 और 2021-22 में एक भी 2,000 के नोट नहीं छापे गए। 2016 से अब तक 2,000 के कुल 370 करोड़ नोट छाप गए हैं। कई करोड़ नोट नष्ट भी किए गए हैं।
नोट नहीं बदले तो क्या होगा?
30 सितंबर के तक आप 2,000 के नोट से हर तरह का पेमेंट कर सकते हैं। इसके बाद आप उस नोट से कोई भी लेन देन कर पाएंगे या नहीं, यह अभी RBI ने साफ नही किया है। इसके लिए RBI ने साफ निर्देश दिए हैं कि आप किसी भी बैंक शाखा में अपने नोट आसानी से बदल सकते हैं। एक बार में आप 20,000 रूपये तक के नोट बदलवा सकते हैं।
आम लोगों पर इसका क्या असर होगा?
साल 2016 में पूरे देश में नोटबंदी हुई थी। उस समय 500 और 1,000 के नोट बंद किए गए थे। नोटों को बदलने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी थी। इस कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार वैसी स्थिति नहीं बनेगी, लेकिन लोगों को थोड़ी बहुत परेशानी उठानी पड़ सकती है। साल 2018-19 में 2,000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। यह फैसला सभी के लिए लागू है।
लोगों को नहीं पसंद 2,000 के नोट
साल 2021-22 में RBI ने एक सर्वे किया था। इसके मुताबिक लोगों को 2,000 का नोट पंसद नहीं था। 2016 में करंसी वैल्यू का 50 प्रतिशत 2,000 के नोटों में था। यह घटकर 13.8 प्रतिशत हो गया है। 4 साल में 102 करोड़ रुपये के 2,000 के नोट नष्ट किए गए हैं। 8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,000 और 500 के नोट बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद 2,000 का नोट चलन में आया था।