NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को होगा पायलट लॉन्च, जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें
    अगली खबर
    डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को होगा पायलट लॉन्च, जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें
    RBI अपनी डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को पायलट लॉन्च करेगा

    डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को होगा पायलट लॉन्च, जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें

    लेखन मुकुल तोमर
    Nov 29, 2022
    09:04 pm

    क्या है खबर?

    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 1 दिसंबर को देश की पहली डिजिटल करेंसी ई-रुपी (डिजिटल रुपी) का पायलट लॉन्च करेगा।

    आज इस संबंध में बयान जारी करते हुए उसने कहा कि इस पायलट लॉन्च में आठ बैंक शामिल होंगे और इसके जरिए ई-रुपी के निर्माण से लेकर इसके रिटेल उपयोग तक, पूरी प्रक्रिया की मजबूती परखी जाएगी।

    आइए आपको बताते हैं कि ई-रुपी आखिर है क्या, इसका कहां इस्तेमाल किया जा सकेगा और पायलट लॉन्च में क्या-क्या होगा।

    परिचय

    क्या है ई-रुपी?

    ई-रुपी भारत की मुद्रा रुपया का डिजिटल स्वरूप है। यह डिजिटल टोकन के रूप में होगा और पारंपरिक रुपये की तरह एक लीगल टेंडर होगा।

    इसकी कीमत रुपये के बराबर होगी यानि 100 ई-रुपी 100 रुपये के बराबर होंगे।

    ई-रुपी उन्हीं मूल्यों में उपलब्ध होगा जिनमें नोट और सिक्के उपलब्ध होते हैं। इसका मतलब यह केवल एक, दो, पांच, 10, 20, 50, 100, 500 और 2,000 रुपये के मूल्यों में उपलब्ध होगा।

    इसे आसानी से नकदी में बदला जा सकेगा।

    इस्तेमाल

    किन-किन कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा ई-रुपी?

    ई-रुपी को लगभग हर उस कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिसके लिए नोट और सिक्के इस्तेमाल किए जाते हैं।

    यूजर्स ई-रुपी को अपने फोन में एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकेंगे और इसके जरिए किसी भी व्यक्ति या दुकानदार को भुगतान कर सकेंगे। दुकानदारों को QR कोड स्कैन करके भुगतान किया जा सकेगा।

    ये सारी सुविधाओं बैंकों के जरिए प्रदान की जाएंगी, हालांकि इसके लिए बैंक अकाउंट होना अनिवार्य नहीं होगा।

    फायदा

    ई-रुपी से क्या फायदा होगा?

    ई-रुपी आने से व्यापार में पैसों का लेनदेन आसान होगा, मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंड में बिना इंटरनेट के लेनदेन हो सकेगा, नकली नोट की समस्या से छुटकारा मिलेगा और नोटों की छपाई का खर्च बचेगा।

    ई-रुपी की मदद से सरकार लेनदेन पर बेहतर नजर रख सकेगी और इससे मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग और धोखाधड़ी जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।

    रियम टाइम डाटा उपलब्ध होने के कारण ई-रुपी की मदद से बेहतर नीतियां भी बनाई जा सकेंगी।

    तुलना

    क्या ई-रुपी और क्रिप्टोकरेंसी एक हैं?

    RBI का ई-रुपी क्रिप्टोकरेंसी से कई मायनों में अलग है। क्रिप्टोकरेंसी डिसेंट्रलाइज्ड होती है और लीगल टेंडर नहीं मानी जाती।

    क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बहुत अस्थिर होती है, जबकि ई-रुपी को स्थिरता और सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है।

    RBI का कहना है कि क्रिप्टो का प्रसार मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के खतरे को बढ़ाता है और इसमें कालेधन का बड़े पैमाने पर निवेश होता है। ई-रुपी इन सभी मामलों में सुरक्षित होगा।

    पायलट लॉन्च

    ई-रुपी के पायलट लॉन्च में क्या होगा?

    ई-रुपी के पायलट लॉन्च में आठ बैकों के साथ मिलकर चरणबद्ध तरीके से पूरी व्यवस्था की मजबूती परखी जाएगी।

    पहले चरण में भारतीय स्टेट बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक और IDFC बैंक शामिल होंगे और कुछ समय बाद यूनियन बैंक, HDFC बैंक, बड़ौदा बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी इसमें शामिल हो जाएंगे।

    शुरूआती चरण में केवल मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू और भुवनेश्वर में ये पायलट लॉन्च होगा और फिर अन्य नौ शहरों में इसका विस्तार किया जाएगा।

    डिजिटल करेंसी

    न्यूजबाइट्स प्लस

    अभी तक जमैका, बहामास, एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स एंड नेविस, मॉन्सेरट, डोमिनिका, सेंट सुलिया, सेंट विन्सेंट और ग्रेनेडाइन, ग्रेनाडा और नाइजीरिया समेत 10 देशों में डिजिटल करेंसी जारी हो चुकी है।

    अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा आदि देश भी केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित डिजिटल करेंसी जारी करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। चीन भी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए डिजिटल युआन (e-CNY) का विस्तार करने की योजना बना रहा है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारतीय रिजर्व बैंक
    अमेरिका

    ताज़ा खबरें

    'ऑपरेशन सिंदूर' पर बना नया गाना हुआ रिलीज, सुखविंदर सिंह ने लगाए सुर ऑपरेशन सिंदूर
    इंडिगो ने शुरू की अब तक की सबसे लंबी उड़ान, मिलेगी मुफ्त भोजन की सुविधा  इंडिगो
    कावासाकी वर्सेस-X 300 भारत में लॉन्च, जानिए फीचर और कीमत  लेटेस्ट बाइक
    आयरलैंड बनाम वेस्टइंडीज: एंडी बालबर्नी ने जड़ा वनडे करियर का 9वां शतक, जानिए उनके शानदार आंकड़े  आयरलैंड क्रिकेट टीम

    भारतीय रिजर्व बैंक

    RBI ने बढ़ाई रेपो रेट, महंगा हो सकता है लोन रेपो रेट
    रेपो रेट में बदलाव शेयर बाजार को कैसे प्रभावित करता है? बैंकिंग
    ऐपल ने डेबिट-क्रेडिट कार्ड से पेमेंट लेना किया बंद, ऐप ID बैलेंस में करें रीचार्ज आईफोन
    डॉलर के मुकाबले फिर कमजोर हुआ भारतीय रुपया, अपने इतिहास के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा भारतीय रुपये

    अमेरिका

    71 लाख रुपये में बिकी 142 साल पुरानी लिवाइस ब्रांड की दो जींस, जानें खासियत लॉस एंजिल्स
    अमेरिका ने 13 चाइनीज कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया, सबसे बड़ी ड्रोन निर्माता DJI भी शामिल चीन समाचार
    टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए महिला ने खर्च किए दो करोड़ रुपये टाइटैनिक
    चीन ने फिर पाकिस्तानी आतंकी को बचाया, शाहिद महमूद को 'वैश्विक आतंकी' घोषित होने से रोका पाकिस्तान समाचार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025