चीन एलन मस्क को बेचना चाहता है टिक-टॉक की अमेरिकी शाखा
क्या है खबर?
बाइटडांस जल्द ही टिक-टॉक की अमेरिकी शाखा बेच सकती है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, चीन कथित तौर पर टिक-टॉक की अमेरिकी शाखा एलन मस्क को बेचने पर विचार कर रहा है। यह चर्चा तब हो रही है जब 19 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून पर फैसला सुनाएगा।
चीन चाहता है कि टिक-टॉक बाइटडांस के स्वामित्व में रहे, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से बातचीत में टिक-टॉक को बेचने का फैसला हो सकता है।
रणनीति
टिक-टॉक पर प्रतिबंध और चीन की रणनीति
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में 10 जनवरी को टिक-टॉक पर प्रतिबंध के खिलाफ बहस हुई और न्यायाधीशों ने संकेत दिया कि वे इस कानून को बरकरार रख सकते हैं।
चीन के अधिकारियों का मानना है कि टिक-टॉक को बेचने से वे अमेरिकी सरकार के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं और संबंध सुधार सकते हैं।
मस्क के साथ सौदा करने से चीन को उम्मीद है कि टिक-टॉक का अमेरिकी संचालन बिना किसी बड़ी समस्या के जारी रह सकता है।
वजह
टिक-टॉक क्यों अपनी अमेरिकी शाखा बेचना चाहती है?
टिक-टॉक अपनी अमेरिकी शाखा बेचना चाहती है, क्योंकि अमेरिकी सरकार सुरक्षा चिंताओं के कारण टिक-टॉक के अमेरिकी संचालन को बंद करने या बेचने पर जोर दे रही है।
चीन को लगता है कि टिक-टॉक को मस्क जैसे बड़े उद्योगपति के हाथों बेचना अमेरिका के साथ समझौता करने का एक तरीका हो सकता है।
चीनी सरकार ने इस सौदे को एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा है, जिससे वे टिक-टॉक के भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
लाभ
मस्क के लिए संभावित लाभ
मस्क के लिए यह सौदा फायदे का हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें टिक-टॉक के अमेरिकी संचालन का नियंत्रण मिल सकता है, जो उनके प्लेटफॉर्म एक्स के लिए फायदेमंद होगा।
अगर मस्क की एक्स प्लेटफॉर्म टिक-टॉक अमेरिका का पूरी तरह अधिग्रहण करती है, तो उसे 1.70 करोड़ अमेरिकी यूजर्स और संभावित विज्ञापन राजस्व में अरबों डॉलर का लाभ होगा।
हालांकि, टिक-टॉक के प्रवक्ता ने इस संभावित सौदे को लेकर अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है।