टाटा मोटर्स बेच चुकी हैं 50 लाख से ज्यादा वाहन, ऐसे हुई थी शुरुआत
टाटा मोटर्स के पोर्टफोलियो में कार, ट्रक, बस और रक्षा वाहन आदि शामिल है। यह 1868 में जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित हजारों करोड़ के टाटा समूह का एक हिस्सा है। कंपनी की स्थापना 1945 में टाटा इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी के रूप में की गई। कंपनी ने पहला वाणिज्यिक वाहन 1954 में डेमलर-बेंज AG के सहयोग से बनाया। 1991 में कंपनी की कमान रतन टाटा ने संभाली और इसी साल कंपनी ने पहली सवारी कार टाटा सिएरा को लॉन्च किया।
टाटा ने बनाई थी पहली सबसे सस्ती कार
कंपनी ने 1998 में स्वदेशी यात्री कार टाटा इंडिका को लॉन्च किया और 2008 में फोर्ड मोटर से जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण किया। 2009 में दुनिया की सबसे सस्ती एक लाख रुपये में नैनो कार लॉन्च की थी। हालांकि, सुरक्षा खामियों के चलते यह ज्यादा नहीं चल पाई। कंपनी 2019 तक दुनिया के सबसे बड़े निगमों की फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में 265वां स्थान हासिल किया था। फिलहाल टाटा नेक्सॉन कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ी है।
50 लाख यूनिट्स बेचने का बनाया रिकॉर्ड
कंपनी ने वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर की तीसरी तिमाही में 3,043 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया है। वहीं पिछले वित्त 2021-22 की इसी तिमाही में 1,451 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने 3 मार्च, 2023 को भारत में 50 लाख से ज़्यादा यूनिट्स की बिक्री कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कंपनी ने 2004 तक 10 लाख, 2010 तक 20 लाख, 2015 तक 30 लाख और 2020 तक 40 लाख यूनिट्स की बिक्री की थी।