
टाटा मोटर्स के स्वामित्व में आई फोर्ड की साणंद स्थित फैक्ट्री, बनेंगे इलेक्ट्रिक वाहन
क्या है खबर?
टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (TPEML) ने रविवार को फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (FIPL) की गुजरात के साणंद में स्थित विनिर्माण फैक्ट्री के ट्रांसफर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर इसका अधिग्रहण कर लिया है।
इस फैक्ट्री का उपयोग कंपनी द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए किया जाएगा।
गौरतलब है कि टाटा के पास साणंद में एक और प्लांट पहले से है, जिससे कंपनी ने देश में टाटा नैनो का उत्पादन किया था।
लक्ष्य
यहां सालभर में इतने वाहन बनाने टाटा
इस फैक्ट्री के अधिग्रहण से टाटा मोटर्स का लक्ष्य प्रति वर्ष तीन लाख इलेक्ट्रिक वाहन यूनिट्स बनाने का है, जो कि 4.2 लाख यूनिट्स तक बढ़ाया जा सकता है।
टाटा मोटर्स द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, कंपनी ने यह सौदा 725.7 करोड़ रुपये में हासिल किया है। इस सौदे में फैक्ट्री की पूरी जमीन और भवनों के अधिग्रहण के साथ मशीनरी, उपकरणों और सभी योग्य कर्मचारियों का स्थानांतरण शामिल है।
जानकारी
फोर्ड का भारत के कार बाजार को छोड़ने का फैसला
बीते साल सितंबर में अमेरिकी कंपनी फोर्ड मोटर ने भारत से अपनी सभी गाड़ियों का उत्पादन बंद करने का फैसला लिया था। कंपनी ने सेल्स में गिरावट के चलते ऐसा किया है। हालांकि, फोर्ड निर्यात के लिए भारत में इंजन का निर्माण कार्य जारी रखेगी।
सहमति
भविष्य के लिए हुई यह सहमति
दोनों कंपनियों के बीच हुए इस ट्रांसफर एग्रीमेंट की परस्पर सहमति शर्तों के आधार पर फोर्ड भारत में अपना इंजन उत्पादन कार्य जारी रखने के लिये टाटा से इस फैक्ट्री की कुछ जमीन और इमारतों को पट्टे पर लेगी।
साथ ही, टाटा मोटर्स का दावा है कि वह फोर्ड मोटर के इंजन निर्माण कार्य के बंद होने की स्थिति में भी फैक्ट्री के योग्य कर्मचारियों को रोजगार देने के लिए सहमत है।
बयान
"टाटा के अग्रणी बनने के दृढ़ निश्चय को दर्शाता है यह समझौता"
समझौते के बारे में बताते हुए टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा कि फोर्ड मोटर के साथ हुआ यह समझौता सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद है। यह पैसेंजर और इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में टाटा मोटर्स के अग्रणी बनने के दृढ़ निश्चय को दर्शाता है।
चंद्रा ने आगे कहा "यह आत्मनिर्भर भारत के भविष्य के लिए प्रगतिशील कदम है जो भारतीय ऑटो उद्योग के विकास को गति देगा"।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
उत्पादन बंद करने के बाद फोर्ड अब भारत में चुनिंदा डीलर्स के माध्यम से ही अपनी आयातित कारों की बिक्री करेगी। हालांकि, कंपनी यहां अपनी पुरानी कारों के लिये सर्विस और आफ्टरमार्केट पार्ट्स उपलब्ध कराती रहेगी।