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कौन सी थी टाटा मोटर्स की पहली कार? जानिये देश की इस दिग्गज कंपनी का इतिहास
टाटा के पास आज है 76 वैश्विक कंपनियों का एक मजबूत नेटवर्क

कौन सी थी टाटा मोटर्स की पहली कार? जानिये देश की इस दिग्गज कंपनी का इतिहास

Jul 23, 2022
09:30 pm

क्या है खबर?

टाटा मोटर्स आज देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों में से एक है, लेकिन यह मुकाम हासिल करने के लिये टाटा कई चुनौतियों से गुजरी है। देश की आजादी से पहले स्थापित हुई यह कंपनी आज देश को तरक्की के रास्तों पर सफर करा रही है। यूनाइटेड किंगडम (UK), दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया जैसे देशों में आज टाटा की 76 सहयोगी कंपनियों का एक मजबूत वैश्विक नेटवर्क है। इनमें जगुआर, लैंड रोवर और डेवू (Daewoo) भी शामिल हैं।

पहला वाहन

1945 में हुई थी टाटा की स्थापना

टाटा के इस सफर की शुरुआत 1945 में टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (TELCO) की स्थापना के साथ हुई। 1954 में एक साझेदारी के तहत टाटा और मर्सिडीज-बेंज ने अपना कमर्शियल व्हीकल भारत में लॉन्च किया। साल 1969 में दोनों कंपनियों के बीच की यह साझेदारी खत्म हो गई। इसके बाद 1986 में टाटा ने अपना पहला कमर्शियल व्हीकल टाटा 407 लॉन्च किया, जिसका नाम कई सालों तक लोगों की जुबान पर रहा।

पहली SUV

टाटा सिएरा थी देश की पहली SUV

टाटा मोटर्स ने साल 1988 में अपना पहला पिकअप ट्रक 'टाटा मोबाइल' लॉन्च किया, यह टाटा 407 के बाद एक लाइट कमर्शियल व्हीकल था। इसके बाद साल 1991 में रतन टाटा ने देश की पहली SUV सिएरा लॉन्च की। इस SUV ने टाटा को लोगों के बीच पहचान दिलाई। इंजीनियरिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक सिएरा को पूरी तरह देश में ही तैयार किया गया था। इस कारण उन दिनों यह कार हर तरफ चर्चा का विषय थी।

लोकप्रिय कारें

टाटा को इन गाड़ियों ने दिलाई शोहरत

साल 1998 में लॉन्च हुई टाटा की 5-सीटर कार इंडिका ने कंपनी को घर-घर में पहचान दिलाई। 1998 में ही कंपनी ने अपनी आइकॉनिक और सबसे पावरफुल SUV सफारी को भी लॉन्च किया। जिसका डिजाइन ऐसा था कि लोग इसे देखने दूर-दूर से आया करते थे। दो दशक पुराने इस डिजाइन की चर्चा आज भी होती है। गौरतलब है कि टाटा आज भी सफारी की बिक्री करती है। हालांकि, अब इस कार के डिजाइन में काफी बदलाव आ चुका है।

टाटा नैनो

रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट

2008 में टाटा मोटर्स ने भारतीय बाजार में अपनी सबसे सस्ती और रतन टाटा की ड्रीम प्रोजेक्ट कार टाटा नैनो को लॉन्च किया था। इस कार से रतन टाटा का लक्ष्य था कि लाख रुपये में भारतीय समाज के हर तबके के पास एक कार उपलब्ध हो। हालांकि, टाटा का यह प्रोजेक्ट फेल साबित हुआ क्योंकि नैनो को बाजार में अनुमानित ग्राहक नहीं मिले। इसे लोगों ने मजाकिया अंदाज में लखटकिया नाम दिया, जिसका मतलब था लाख रुपये की कार।

जानकारी

नैनो की लॉन्च ने वैश्विक मीडिया में बनाई थी अपनी जगह

टाटा नैनो को जब जनवरी, 2008 में लॉन्च किया गया था, तो इसने दुनिया की सबसे सस्ती कार होने के कारण वैश्विक मीडिया का ध्यान भी अपनी ओर खींचा था। नैनो देश में कई भारतीयों के लिए उनकी पहली नई कार थी।

सेल्स

टाटा की मौजूदा सेल्स पर नजर

टाटा ने अब वर्षों बाद अपनी कारों के लुक्स और फीचर्स में बड़े बदलाव किये हैं। इससे युवा ग्राहक भी टाटा की ओर आकर्षित हो रहे हैं और टाटा घरेलू बाजार पर मजबूत पकड़ बना रही है। मई, 2022 में कंपनी की कुल बिक्री बढ़कर 76,210 यूनिट्स हो गई जो मई, 2021 में 26,661 यूनिट्स थी। टाटा की नेक्सन को देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV का खिताब भी मिल चुका है।

जानकारी

इलेक्ट्रिक कारों के क्षेत्र में टाटा

देश की दिग्गज कंपनी टाटा आज पेट्रोल और डीजल इंजन (IEC) वाहनों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बिक्री भी करती है। EVs की बिक्री में नेक्सन देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है।