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नितिन गडकरी की ऑटो कंपनियों से वाहनों में छह एयरबैग्स लगाने की अपील
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी

नितिन गडकरी की ऑटो कंपनियों से वाहनों में छह एयरबैग्स लगाने की अपील

Aug 05, 2021
05:30 pm

क्या है खबर?

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क हादसों में होने वाली मौतों को कम करने के लिए सभी वाहन निर्मताओं से अपनी गाड़ियों के सभी वेरिएंट और सेगमेंट में कम से कम छह एयरबैग लगाने की अपील की है। सोसाइटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की एक बैठक के दौरान उन्होंने कार निर्माताओं से यह अपील की। बता दें कि इससे पहले भारत सरकार ने पैसेंजर कारों के लिए डुअल एयरबैग्स अनिवार्य कर दिया था।

टिप्पणी

गडकरी ने क्या कहा?

गडकरी ने कहा, "यात्री सुरक्षा के हित में मैंने सभी निजी वाहन निर्माताओं से वाहनों के सभी वेरिएंट्स और सेगमेंट्स में कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने की अपील की है।" एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गडकरी ने सोसाइटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकरियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें निजी, वाणिज्यिक और दोपहिया वाहन निर्माता शामिल थे। इस दौरान गडकरी ने सड़क सुरक्षा को ध्यान रखते हुए यह सुझाव दिया।

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क्या सुझाव मिले मीटिंग में?

मीटिंग में दोपहिया वाहनों के लिए OBD नियमों जैसे BS-6 का दूसरा चरण, CAF चरण 2 जैसे उत्सर्जन-आधारित नियमों को स्थगित करने का अनुरोध किया गया। वहीं मंत्री ने वाहन-इंजीनियरिंग पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें बधाई दी।

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डुअल एयरबैग्स पहले ही हो चुके हैं अनिवार्य

भारत सरकार ने पैसेंजर कारों के लिए डुअल एयरबैग्स पहले ही अनिवार्य कर दिए थे। अब भारत में बनने और बिकने वाली कारों में ड्राइवर के साथ-साथ उसकी पास वाली सीट पर एयरबैग लगा होना अनिवार्य होगा। हालांकि पुरानी कारों में यह नियम 31 दिसंबर से लागू होगा, जबकि नई कारों के लिए ये नियम पहले जैसे रहेंगे। नई कारों के लिए 1 अप्रैल से यह नियम लागू हुआ है।

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ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल विकल्पों की भी हो रही तलाश

कुछ हफ्ते पहले ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार एक संभावित परिवहन ईंधन के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन की संभावनाओं की तलाश कर रही है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दी जा रही छूट ग्रीन हाइड्रोजन को भी दी जा सकती है। गडकरी ने यह भी कहा कि भारत में बड़ी सौर, पवन, पनबिजली और वेस्ट क्षमता के साथ देश ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।