देश में जारी हुए 3.54 करोड़ से ज्यादा फास्टैग, हाइवे पर 95 प्रतिशत तक पहुंचा उपयोग
हाल ही में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 14 जुलाई, 2021 तक 3.54 करोड़ से अधिक फास्टैग (FASTags) जारी किए गए हैं। बता दें कि 14 फरवरी, 2021 की मध्यरात्रि से डिजिटल भुगतान के माध्यम से टैक्स कलेक्ट करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा की सभी लेन को फास्टैग लेन के रूप में घोषित किया था। इसके बाद से देशभर में फास्टैग का उपयोग 80 प्रतिशत से बढ़कर 96 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
क्या कहा मंत्रालय ने?
परिवहन मंत्रालय ने बताया कि टोल टैक्स की लेन-देन के लिए फास्टैग आधारित प्रक्रिया में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसके लिए मंत्रालय उन्नत तकनीक और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि उपयोगकर्ता फीस को कलेक्ट करना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए नई तकनीक और प्रक्रिया को अपनाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। इससे फास्टैग अनिवार्य होने के बाद 100 प्रतिशत टोल कलेक्शन की उम्मीद है।
क्या होता है फास्टैग?
फास्टैग टोल प्लाजाओं पर इलेक्टॉनिक माध्यम से टोल भुगतान करने का एक माध्यम है। इसे सबसे पहले 2016 में पेश किया गया था। यह एक स्टीकर की तरह होता है, जो वाहन की विंडस्क्रीन पर लग जाता है। इसमें अलग-अलग वाहन के लिए अलग-अलग कोड होता है और टोला प्लाजा पर वह कोड स्कैन होकर अपने आप वाहन के अनुसार टोल कट जाता है। इसे टोल बूथ के अलावा पेटीएम और अमेजन आदि से भी खरीदा जा सकता है।
क्या है नियम?
वैसे तो फास्टैग के द्वारा टोल कलेक्शन को 2016 में ही लागू कर दिया गया था, लेकिन तब यह अनिवार्य नहीं था। 14 जुलाई, 2021 से हाईवे के सभी लेन के लिए फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन प्रक्रिया को लागू कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 के अनुसार टोल प्लाजा पर फास्टैग का इस्तेमाल नहीं करने वाले वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। साथ ही गडकरी ने इसे अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था।
अब फास्टैग से मिलेगा पेट्रोल-डीजल भी
फास्टैग का फायदा सिर्फ टोल प्लाजा में जल्दी भुगतान के लिए ही नहीं बल्कि पेट्रोल और डीजल जैसे फ्यूल लेने में भी मिल रहा है। ऐसे फास्टैग यूजर्स जिनके खाते ICICI बैंक से जुड़े हैं, उन्हें फास्टैग कोड के जरिए देश भर में इंडियन ऑयल के रिटेल आउटलेट्स पर कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस भुगतान के फायदे दिए जा रहे हैं। पूरे भारत में लगभग 3,000 इंडियन ऑयल रिटेल आउटलेट्स पर यह सुविधा जल्द ही उपलब्ध होगी।