
क्या है मारुति सुजुकी और टोयोटा के EVs में मिलने वाली BYD ब्लेड सेल तकनीक?
क्या है खबर?
मारुति सुजुकी और टोयोटा भारतीय बाजार के लिए एक बिल्कुल नई इलेक्ट्रिक SUV विकसित कर रही हैं। यह एक मिडसाइज SUV होगी।
जानकारी के मुताबिक, इस SUV को एक पूरी तरह से नए इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर के साथ ही अत्याधुनिक BYD की 'ब्लेड' बैटरी द्वारा संचालित किया जाएगा। यह एक अधिक सुरक्षित बैटरी पैक माना जा रहा है।
इस नई तकनीक से मारुति-टोयोटा को उम्मीद है कि उन्हे भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में बढ़त मिलेगी।
जानकारी
कितने तरह की होती हैं लिथियम बैटरी?
लिथियम आयन बैटरी मुख्यतः तीन तरह के रसायनों से मिलकर बनी होती हैं।
इनमें सबसे आम प्रकार लिथियम 'मेटल' ऑक्साइड हैं, जहां धातु निकल-मैंगनीज-कोबाल्ट (NMC) या निकल-कोबाल्ट-एल्यूमीनियम (NCA) या लिथियम फेरस फॉस्फेट (LFP) की होती हैं।
अभी के समय में ज्यादातर पश्चिमी वाहन निर्माता कंपनियां NMC वाली बैटरियों का इस्तेमाल करती है, जबकि चीनी वाहन निर्माताओं द्वारा LFP बैटरियों का इस्तेमाल किया जाता है। ब्लेड सेल तकनीक में भी LFP बैटरियों को चुना गया है।
परिचय
क्या है BYD की ब्लेड सेल तकनीक?
चीनी कंपनी BYD ने टोयोटा के साथ साझेदारी में ब्लेड बैटरी विकसित की है।
ब्लेड बैटरी में 160 वाट प्रति किलोग्राम वाला उच्च ऊर्जा घनत्व होता है। इन लिथियम फेरस फॉस्फेट (LFP) बैटरी में 96 सेंटीमीटर की लंबाई, 9 सेंटीमीटर ऊंचाई और 1.35 सेंटीमीटर की मोटाई वाली लंबी सेल होती हैं।
वहीं, NMC बैटरी 200 से 250 वाट प्रति किलोग्राम का ऊर्जा घनत्व देती है। हालांकि, BYD का दावा है कि इसकी ब्लेड बैटरी पारंपरिक LFP बैटरी से बेहतर है।
सुरक्षा मानक
बाकी बैटरियों से है ज्यादा सुरक्षित
LFP बैटरी आम तौर पर अधिक सुरक्षित होती हैं, लेकिन BYD ने इन ब्लेड सेल में सुधार कर इसे और सुरक्षित होने का दावा किया है।
इनके टेस्ट के दौरान ब्लेड बैटरियों की सतह केवल 30 से 60 डिग्री सेल्सियस के तापमान तक पहुंची थी। वहीं, समान परिस्थितियों में पारंपरिक LFP बैटरी का सतह का तापमान 200 से 400 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
दूसरी तरफ NMC बैटरी न केवल 500 डिग्री सेल्सियस से अधिक थी।
कीमत
किफायती हैं ब्लेड बैटरियां
BYD ने अपनी ब्लेड बैटरी के लिए 'सेल-टू-पैक' आर्किटेक्चर को अपनाया है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसने ऊर्जा घनत्व में सुधार के अलावा उन्हें और भी अधिक किफायती बना दिया है।
इसके लिए BYD ने मॉड्यूल चरण को छोड़ने और सीधे सेल को बैटरी पैक से जोड़ने का निर्णय लिया है। जिससे कम पैकेजिंग के कारण पूरा पैक सस्ता पतला और हल्का हो गया है।
इससे मारुति-टोयोटा की EV को कम कीमत पर उतारा जा सकता है।