पुरानी कार खरीदते समय कैसे पता करें, कहीं चोरी की तो नहीं?
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हाल ही में कार चोरों के एक गिरोह पकड़ा है। पकड़े गए 13 आरोपी कार्स24 और कारदेखो जैसे ऑनलाइन कार-विक्रय पोर्टल्स को चोरी की गाड़ियां बेच रहे थे। इससे पहले भी आपने इस तरह के मामलों के बारे में पढ़ा होगा। अगर, आप भी यूज्ड कार खरीदने का विचार कर रहे हैं तो बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। आइये जानते हैं किस तरह से आप चोरी की कार का पता लगा सकते हैं।
इस ऐप से लगाएं आसानी से पता
यूज्ड कार का काराेबार तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें आपको कम कीमत में मन-मुताबिक विकल्प मिल जाते हैं। ऐसे में कोई भी आपको चोरी की कार बेचकर चूना लगा सकता है। इसका पता लगाने के लिए आप M परिवहन ऐप की मदद ले सकते हैं, जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। ऐप डाउनलोड कर ओपन करने पर सर्च का विकल्प मिलेगा, जिस पर रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करते ही गाड़ी से जुड़ी पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।
इस पोर्टल से भी लगा सकते हैं पता
इसके अलावा सरकार के जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क (zipnet) पोर्टल पर भी आप गाड़ी की पूरी कुंड़ली निकाल सकते हैं। वेबसाइट के बांए कोने पर 'चोरी के वाहन' का विकल्प मिलेगा। सत्यापन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए विकल्प पर क्लिक करें। अब आपसे वाहन का प्रकार, पंजीकरण संख्या, इंजन नंबर और चेसिस नंबर की जानकारी मांगी जाएगी। यह विवरण दर्ज करने के बाद अपने वाहन की स्थिति जानने के लिए 'सर्च' विकल्प पर क्लिक करें।
VIN नंबर भी खोल देगा पोल
आप वाहन पहचान संख्या (VIN) के आधार पर भी कार के चोरी होने का पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको www.myvehicledetails.com या www.zipnet.in में VIN नंबर दर्ज करना है। इसके बाद आपको पता चल जाएगा कि कहीं आपके साथ धोखा तो नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा पुरानी कार का रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर कराते समय क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) की ओर से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) जारी किया जाता है, जिससे भी इसका पता चल जाता है।