एक रेस ड्राइवर ने की थी फेरारी की शुरुआत, जानिए इस दिग्गज कंपनी का इतिहास
इटली की दिग्गज लग्जरी कार निर्माता कंपनी फेरारी को आज कौन नहीं जानता। यह कार कंपनी बेहतरीन स्पोर्ट्स गाड़ियां बनाने के लिए जानी जाती है और लगभग सभी कंपनी की गाड़ियों के दीवाने हैं। क्या आपके भी मन में कभी यह सवाल आया है कि दमदार स्पोर्ट्स कारों बनाने वाली इस कंपनी का नाम फेरारी क्यों है? या फिर यह कंपनी दुनिया भर में इतनी लोकप्रिय कैसे हुई? आइये आज फेरारी कंपनी के इतिहास के बारे में जानते हैं।
एक कार रेसर ने शुरू की थी फेरारी कंपनी
बता दें कि फेरारी कंपनी की शुरुआत 1939 में ऐंजो फेरारी ने की थी। एंजो का जन्म 1898 में इटली में हुआ था। बचपन से उन्हें गाड़ियों का शौक था। 10 साल की उम्र में उन्होंने रेसिंग ड्राइवर बनाने का फैसला किया। 1919 में एंजो एक रेसर बन गए और तुरीन की एक मोटर कंपनी की तरफ से रेसिंग करने लगे, लेकिन 1925 में रेस के दौरान अपने एक साथी ड्राइवर की मौत के बाद उन्होंने रेसिंग छोड़ दी।
कैसे पड़ा कंपनी का नाम फेरारी?
1932 में ऐंजो ने अल्फा रोमियों कार कंपनी के साथ काम करना शुरू कर दिया, लेकिन आगे चलकर इस कंपनी के साथ उनका विवाद हो गया और इसके बाद उन्होंने अपने नाम से एक कंपनी खोलने का फैसला लिया। 1939 में उन्होंने ऑटो एविओ जिओनि नाम से इस कंपनी शुरुआत की। अल्फा रोमियो के एग्रीमेंट के कारण वो कुछ सालों तक फेरारी नाम से कंपनी नहीं खोल सकते थे। हालांकि, बाद में कंपनी का नाम बदलकर फेरारी कर दिया गया।
1947 में लॉन्च हुई पहली फेरारी 125 कार
1946 में कंपनी अपनी पहली कार के डिजाइन पर काम करने लगी और एक साल बाद 1947 में कंपनी ने अपनी पहली कार फेरारी 125 को लॉन्च कर दिया था। लोगों को यह कार खूब पसंद आई और आगे चलकर इस कार ने कई रेसिंग इवेंट्स में हिस्सा भी लिया। 1951 में कंपनी ने पहला रेसिंग कप ग्रैंडफ्रिक्स जीता। आज भी स्पोर्ट्स कार बनाने में फेरारी का नाम प्रमुख कार कंपनी में आता है।
फेरारी की इन गाड़ियों ने दिलाई कंपनी को सफलता
फेरारी अब तक कई गाड़ियां लॉन्च कर चुकी है। कंपनी की फेरारी F40, F355, 250 GTO, 125 S 488 GTB, डिनो 246 और फेरारी F50 250 GT जैसे मॉडलों ने कंपनी सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। आज भी कंपनी की इन गाड़ियों क्रेज है और नीलामी में लोग कई करोड़ रुपये देकर इन्हे खरीदते हैं। इसके अलावा कंपनी फॉर्मूला वन रेसिंग में भी हिस्सा लेती है और कई ख़िताब अपने नाम कर चुकी है।
वर्तमान में इन गाड़ियों की बिक्री करती है कंपनी
वर्तमान में कंपनी के पोर्टफोलियो में कुल 14 मॉडल उपलब्ध हैं। कंपनी इन सभी मॉडलों की बिक्री कम्पलीट बिल्ड यूनिट (CBU) रुट से भारत में भी करती है। इसमें फेरारी पुरोसांग, 812 GTS, 296 GTB, 296 GTS, SF90, SF90 स्पाइडर, फेरारी रोमा, रोमा स्पाइडर, पोर्टोफिनो और ICONA जैसी गाड़ियां शामिल हैं। भारत में कंपनी की सबसे सस्ती लग्जरी कार फेरारी पोर्टोफिनो है, जिसकी कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये एक्स-शोरूम है।
प्रतिवर्ष कितनी गाड़ियां बनाती है फेरारी
फेरारी कंपनी का मुख्यालय इटली के मरानेल्लो शहर में है और कंपनी यहीं पर अपनी गाड़ियों का उत्पादन भी करती है। हर साल कंपनी लगभग 8,500 गाड़ियां बनाती हैं, जिनकी बिक्री CBU रुट से अलग-अलग देशों में होती है। वर्तमान में कंपनी की कई गाड़ियों पर 2 साल तक का वेटिंग पीरियड है। अधिक मांग के बावजूद भी कंपनी ने अपना दूसरा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं खोला है और यही वजह है कि फेरारी की गाड़ियां हमेशा मांग में रहती हैं।
ये है भारत में कंपनी की लेटेस्ट कार
इसी हफ्ते फेरारी ने भारतीय बाजार में अपनी फेरारी 296 GTS (ग्रैन टूरिस्मों स्पाइडर) को लॉन्च कर दिया है। यह एक कन्वर्टेबल कार है। इस सुपरकार को रोडस्टर लुक मिला है और इसमें पावरफुल 2996cc का V6 इंजन दिया गया है। यह गाड़ी मात्र 2.9 सेकेंड में 0 से 100 किमी/घंटा की स्पीड पकड़ सकती है। वहीं इसकी टॉप स्पीड 330 किलोमीटर प्रति घंटे है। इस गाड़ी की कीमत 6.24 करोड़ रुपये है।