विमानों के इंजन बनाने वाली BMW कैसे बनाने लगी लग्जरी गाड़ियां? जानिए कंपनी का इतिहास
BMW ब्रांड की आज दुनियाभर में पहचान है। यह जर्मनी की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी है, जो लग्जरी गाड़ियां बनाने के लिए जानी जाती है। कंपनी की गाड़ियों को पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लग्जरी कार बनाने वाली इस कंपनी की शुरुआत की कहानी विश्व युद्ध से जुड़ी है? उस समय यह कंपनी विमानों के इंजन बनाती थी। आज हम आपके लिए BMW कंपनी से जुड़ी कुछ खास जानकारी लेकर आए हैं।
1916 में हुई थी BMW की स्थापना
BMW का पूरा नाम बवेरियन मोटर वर्क्स है। इस ऑटोमोबाइल कंपनी की स्थापना कार्ल रैप ने 1916 में की थी, जो एक प्रोफेशनल मैकेनिकल इंजीनियर थे। उस समय कंपनी का नाम रैप मोटर वर्क्स था, जिसे बाद में बदलकर BMW कर दिया गया। साल 1945 तक BMW कंपनी विमान के इंजन बनाया करती थी। BMW मुख्य रूप से प्रीमियम वाहनों का निर्माण करती हैं। कंपनी कार के साथ बाइक्स भी बनाती है।
कंपनी के पहले इंजन का नाम था BMW IIIA
पहले विश्व युद्ध से पहले कंपनी ने विमानों के इंजन का निर्माण शुरू कर दिया। इंजनों की क्वालिटी अच्छी होने के कारण विश्व युद्ध के दौरान कंपनी को कई इंजन बनाने का बड़ा ऑर्डर मिला। कंपनी के पहले इंजन का नाम BMW IIIA था। मगर युद्ध खत्म होने के बाद इंजन की मांग तेजी से घट गई। इसके बाद कंपनी ने विमानों के इंजन बनाना बंद कर दिया और खेतों में इस्तेमाल होने वाले पंप और ट्रैक्टर बनाने लगी।
1923 में कंपनी ने बनाई पहली बाइक
साल 1923 में BMW ने मोटरसाइकिल बनाने की शुरुआत की। कंपनी की पहली बाइक का नाम BMW R32 था। मोटरसाइकिल के बाद BMW ने एक 'ऑटोमोबाइल्स बिगनिंग' नाम की कंपनी को खरीदा और फिर गाड़ियां बनाने लगी। कंपनी की पहली कार डिक्सी (DIXI) थी, जिसे BMW 3/15 नाम से भी जाना जाता है। 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सोवियत संघ ने कंपनी को अपने अधीन कर लिया। कंपनी के वाहनों के निर्माण पर रोक लगा दी गई।
1951 से फिर गाड़ियां बनाने लगी कंपनी
1947 में कंपनी को वापस मोटरसाइकिल बनाने का अधिकार मिला और 1951 में BMW फिर से कार बनाने लगी। इसके बाद कंपनी ने BMW 501 कार लॉन्च की। धीरे-धीरे कंपनी की गाड़ियां लोगों को पसंद आने लगी और BMW एक दिग्गज कार कंपनी बन गई। कंपनी की 3-सीरीज, 5-सीरीज और 7-सीरीज के तहत आने वाली सभी गाड़ियां लोगों को सबसे अधिक पसंद आई और आज भी इनकी खूब बिक्री होती है।
2006 में BMW ने भारत में रखा कदम
BMW ने साल 2006 में भारतीय बाजार में कदम रखा था। उस समय कंपनी अपनी 3-सीरीज और 5-सीरीज को कंप्लीट बिल्ड यूनिट रूट से आयात करती थी। फिर 2007 में कंपनी ने इनकी असेंबली भारत में ही शुरू कर दी। वर्तमान में कंपनी चेन्नई में अपनी गाड़ियों को निर्माण करती है और इस प्लांट में BMW 1 लाख से अधिक गाड़ियों का निर्माण कर चुकी है। कंपनी मिनी और रोल्स रॉयस ब्रांड के तहत भी गाड़ियां बेचती है।
भारत में इन मॉडलों की बिक्री करती है कंपनी
वर्तमान में कंपनी भारतीय बाजार में अपने 19 मॉडलों की बिक्री करती है। देश में BMW अपनी X1, X3, X5 और X7 जैसी SUVs की बिक्री करती है। इसके अलावा BMW 2-सीरीज, 3-सीरीज, 5-सीरीज, 6-सीरीज और 7-सीरीज के तहत कई गाड़ियां देश में उतार चुकी है। इसके अलावा कंपनी M-सीरीज के तहत BMW XM, M3 और M8 कूपे की भी बिक्री करती है। देश में इस समय कंपनी की 3 इलेक्ट्रिक गाड़ियां i4, i7 और iX भी उपलब्ध हैं।