ओरियन रेसिंग टीम ने लॉन्च की भारत में बनी पहली फॉर्मूला स्टाइल इलेक्ट्रिक रेसिंग कार
पैसेंजर सेगमेंट में लोकप्रिय होने के बाद अब प्रयास किए जा रहे हैं कि इलेक्ट्रिक वाहनों को रेसिंग सेगमेंट में भी उतारा जाए। कई विदेशी कंपनियां इस तरह की कारों को बाजार में पहले ही लेकर आ चुकी हैं। भारत में भी इसी तरह का एक सफल प्रयास किया गया है। भारत में बनी एक इलेक्ट्रिक रेसिंग कार इस साल होने वाले कई विश्व स्तरीय समारोहों में हिस्सा भी लेगी। चलिये जानते हैं इस नई कार के बारे में।
मुंबई के कॉलेज की रेसिंग टीम ने पेश की नई इलेक्ट्रिक रेसिंग कार
मुंबई के केजे सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की ओरियन रेसिंग टीम ने 15 जून को फॉर्मूला रेसिंग स्टाइल की एक इलेक्ट्रिक कार को पेश किया। यह इस तरह की पहली कार है जो पूरी तरह से देश में ही बनाई गई है। टीम ने इस कार को 'लेमनोस' नाम दिया है। इस टीम का कहना है कि वे 2024 तक इस तरह की एक ड्राइवरलेस कार बनाने की योजना पर भी काम कर रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी यह कार
लेमनोस अपनी पहली वैश्विक उपस्थिति इस साल जुलाई में ऑस्ट्रिया की रेड बुल रिंग में होने वाले 'फॉर्मूला स्टूडेंट ऑस्ट्रिया 2022' के समारोह में दर्ज करायेगी। ओरियन रेसिंग एकमात्र भारतीय टीम होगी जो इस रेस में हिस्सा लेगी। इसके बाद टीम इसे अगस्त में जर्मनी के होकेनहाइमिंग F1 रेसट्रैक पर होने वाले 'फॉर्मूला स्टूडेंट जर्मनी 2022' में भी लेकर जाएगी। ओरियन रेसिंग टीम ने अब तक 14 कारें बनाई हैं और 52 इनाम जीत लिए हैं।
'गोदरेज एंड बॉयस' की सहायता से बनाई गई है कार
इस कार को ओरियन टीम ने गोदरेज समूह की एक कंपनी 'गोदरेज एंड बॉयस' की सहायता से बनाया है। इसमें एमरेक्स 288 MV मोटर है जो 100kW की अधिकतम क्षमता रखती है। इस मोटर को नियमित करने के लिए कार में यूनिटेक बामोकार D3-700 कंट्रोलर लगाया गया है। इसमें 430V का बैटरी पैक दिया गया है। ये कार अपने डिजाइन और मोटर क्षमता के चलते अधिकतम 4600 RPM बना है।
ये है इस कार की सबसे बड़ी खूबी
इस कार के पीछे बड़ी ही दिलचस्प तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। यदि इस कार के किसी सेल या पार्ट में कोई खराबी आती है तो यह सुरक्षा के लिहाज से तुरंत बंद हो जाएगी, ताकि ड्राइवर को कोई नुकसान न पहुंचे।