भारत में अमेरिका के नए राजदूत होंगे एरिक गार्सेटी, जानिए उनके बारे में
एरिक गार्सेटी भारत में अमेरिका के नए राजदूत होंगे। अमेरिकी सीनेट ने लॉस एंजिल्स के पूर्व मेयर गार्सेटी के नामांकन पर अपनी मुहर लगा दी है। उनके नामांकन के प्रस्ताव को सीनेट में 52 में से 42 वोट से मंजूरी मिली। जनवरी, 2021 में केनेथ जस्टर के हटने के बाद से भारत में अमेरिकी राजदूत का पद पिछले दो साल से खाली था। आइये भारत में अमेरिका के नए राजदूत गार्सेटी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कौन हैं एरिक गार्सेटी?
4 फरवरी, 1971 को लॉस एंजिल्स में जन्मे एरिक गार्सेटी अमेरिकी नौसेना में सेवाएं दे चुके हैं। साल 2006 से 2012 तक वह लॉस एजिल्स सिटी काउंसिल के अध्यक्ष भी रहे। साल 2013 में गार्सेटी ने पहली बार लॉस एंजिल्स के मेयर का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वह साल 2017 में दोबारा मेयर बने। गार्सेटी को राष्ट्रपति जो बाइडन का करीबी माना जाता है। वह बाइडन के प्रमुख राजनीतिक सहयोगी भी हैं।
गार्सेटी के करीबी पर यौन उत्पीड़न के आरोप
एरिक गार्सेटी के मुख्य सलाहकार रिक जैकब्स पर यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। गार्सेटी पर आरोप है कि मेयर पद पर रहने के दौरान उन्होंने इस मामले को नजरअंदाज किया। गोर्सेटी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन के चुनाव अभियान का हिस्सा थे और वह बाइडन की कैबिनेट में शामिल हो सकते थे, लेकिन जैकब्स विवाद सामने आने के बाद वह रेस से बाहर हो गए। इसी आरोप के चलते गार्सेटी की नियुक्ति नहीं हो पा रही थी।
बाइडन ने गोर्सेटी का नाम राजदूत पद के लिए किया था नामित
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने जुलाई, 2021 में अपने करीबी गार्सेटी का नाम भारत में अमेरिकी राजदूत पद के लिए नामित किया था। तब संसद में सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी के पास पर्याप्त समर्थन नहीं था, जिसके चलते गार्सेटी का नामांकन सीनेट में वोटिंग के लिए नहीं लाया गया था। हाल ही में अमेरिकी विदेश मामलों की समिति ने गार्सेटी के नामांकन को मंजूरी देकर इसे सीनेट के पास मंजूरी के लिए भेज दिया, जिसके बाद गार्सेटी के लिए वोटिंग हुई।
गार्सेटी ने राष्ट्रपति बाइडन का जताया आभार
अमेरिकी सीनेट से अपने नामांकन को मजूंरी मिलने के बाद गार्सेटी ने कहा कि वह आज के नतीजों से बेहद खुश हैं और लंबे समय से खाली चल रहे राजदूत के पद को भरा जाना बहुत ही महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, "मैं राष्ट्रपति बाइडन और व्हाइट हाउस का आभारी हूं। मैं भारत में हमारे महत्वपूर्ण हितों का प्रतिनिधित्व करने वाली अपनी सेवा शुरू करने के लिए तैयार और उत्सुक हूं।"