एयर इंडिया की नेवार्क-दिल्ली फ्लाइट की इंजन से तेल लीक के बाद स्वीडन में इमरजेंसी लैंडिंग
क्या है खबर?
अमेरिका के नेवार्क से नई दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट की बुधवार को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विमान के एक इंजन से तेल लीक होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद फ्लाइट को स्टॉकहोम डायवर्ट किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को मेडिकल एमरजेंसी के कारण न्यूयॉर्क-दिल्ली फ्लाइट की लंदन में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी।
बयान
विमान में सवार सभी 300 यात्री सुरक्षित
DGCA के अधिकारी ने बताया कि यह विमान बोइंग 777-300ER था। उन्होंने कहा कि स्टॉकहोम में फ्लाइट के लैंड होने के बाद किए गए जमीनी निरीक्षण के दौरान विमान के इंजन नंबर 2 के ड्रेन मास्ट से तेल निकलता हुआ पाया गया।
ANI के मुताबिक, विमान में सवार सभी 300 सुरक्षित हैं और संभावित आग पर काबू पाने के लिए हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को तैनात किया गया था।
लैंडिंग
सोमवार को लंदन में भी हुई थी एयर इंडिया की फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग
बता दें कि सोमवार को न्यूयॉर्क से नई दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी के चलते लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा था। करीब 350 यात्रियों वाली यह फ्लाइट नॉर्वे के हवाई क्षेत्र में थी, जब इसे लंदन डायवर्ट किया गया।
एक अधिकारी ने बताया था कि एक यात्री की अचानक तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे उपचार के लिए लंदन में उतारा गया। फ्लाइट करीब 7 घंटे देरी से दिल्ली पहुंची थी।
मामला
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में भी हुई थी तकनीकी समस्या
रविवार को दुबई से आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट के पायलट ने लैंडिंग के दौरान कुछ तकनीकी समस्या महसूस होने के बाद तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) से मदद मांगी थी।
एक अधिकारी ने बताया था कि पायलट ने किसी आपात स्थिति की घोषणा नहीं की थी और लैंडिंग सामान्य रूप से हुई थी। जांच में पता चला कि एक पहिये की ऊपरी सतह हट गई थी।
सौदा
न्यूज़बाइट्स प्लस
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन एयर इंडिया ने कुछ दिन पहले ही अमेरिका और फ्रांस की दिग्गज विमान निर्माता कंपनियों बोइंग और एयरबस से कुल 470 विमान खरीदने का ऐतिहासिक सौदा किया है।
एयर इंडिया ने एयरबस के साथ 250 विमान और बोइंग के साथ 220 विमान खरीदने का समझौता किया है, जिससे यह इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा एकल किश्त वाला विमानन सौदा बन गया है।