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जब भारतीय छात्र ने ऐपल CEO टिम कुक से पूछा, "आप कैसे हैं, टिम ऐपल?"

जब भारतीय छात्र ने ऐपल CEO टिम कुक से पूछा, "आप कैसे हैं, टिम ऐपल?"

Jun 05, 2019
06:50 pm

क्या है खबर?

दिल्ली के छात्र पलाश तनेजा जब ऐपल के CEO टिम कुक से मिले तो यह उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने इस मौके पर टिम से ऐसा सवाल पूछा लिया जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे और टिम भी मुस्कराए बिना नहीं रह पाए। पलाश ने टिम से पूछा था, "आप कैसे हैं, टिम ऐपल?" पलाश ने टिम कुक को टिम ऐपल क्यों कहा, आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं।

पृष्णभूमि

ट्रम्प ने कहा था टिम कुक को टिम ऐपल

दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसी साल मार्च में टिम कुक को 'टिम ऐपल' कहकर संबोधित किया था। इसके बाद टिम ने ट्विटर पर अपना नाम टिम कुक से टिम ऐपल कर लिया था। यह मामला काफी चर्चा में रहा था। अपने सवाल के जरिए पलाश का इशारा इसी घटना की तरफ था। जिस मौके पर उन्होंने टिम से ये सवाल किया, उस समय वह दुनियाभर के 13 अन्य छात्रों के साथ उनसे मिल रहे थे।

प्रोजेक्ट

टिम को दिखाया यूट्यूब वीडियो की भाषा बदलने वाला प्रोजेक्ट

टिम ने पलाश के सवाल के जवाब में कहा, "मैं अच्छा हूं और समझ गया कि आप क्या कहना चाहते हैं।" पलाश ने इस मौके पर टिम को अपना एक प्रोजेक्ट भी दिखाया, जिसकी मदद से यूट्यूब वीडियो की भाषा को बदला जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनकी एल्गोरिथ्म से लगभग 50 भाषाओं को बदला जा सकता है। इस प्रोजेक्ट के जरिए उनका मकसद उपयोगी कॉन्टेट को सभी भाषाओं के लोगों के सुलभ बनाने पर है।

प्रतिक्रिया

टिम को पसंद आया पलाश का प्रोजेक्ट

कोडिंग को स्कूलों में दूसरी भाषा के तौर पर पढ़ाए जाने के समर्थक टिम ने पलाश के प्रोजेक्ट की तारीफ की और कहा कि वह चाहते हैं ये सफल हो। बता दें कि 18 वर्षीय पलाश ने हाल ही में अपना स्कूल खत्म किया है और टेक्सास यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले हैं। पलाश को कोडिंग की प्रेरणा तब मिली थी, जब उसने अपने पिता को एक्सेल शीट पर काम करते देखा और विज्युअल चार्ट देखे।

उपलब्धियां

अस्पताल में बेड मिलने में हुई समस्या तो बना दिया ऐप

कक्षा 10 में जब पलाश डेंगू बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती हुए तो बेड प्राप्त करन में हुई मुसीबत को देखते हुए उन्होंने अस्पताल बेड के प्रबंधन के लिए एक वेबसाइट-ऐप बनाया। पलाश ने एक ऐसे उपकरण का भी निर्माण किया जो मशीन लर्निंग के जरिए पहले ही डेंगू बुखार होने के बारे में बता देता है। उन्होंने एक ऐसे शैक्षिक ऐप का भी निर्माण भी किया जो डांस मूव्स के जरिए लोगों को संगीत सिखाता है।