जलेबी-बर्फ़ी को पीछे छोड़ गुलाब जामुन बनी पाकिस्तान की राष्ट्रीय मिठाई, ज़्यादातर लोगों ने जताई नाराज़गी

शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसे मिठाई पसंद नहीं होगी। वैसे तो सभी मिठाइयों का अपना महत्व है, लेकिन गुलाब जामुन की बात ही सबसे अलग है। इसको खाने के बाद लोगों का मन ही नहीं भरता है। गुलाब जामुन लगभग हर ख़ास मौक़े पर बनाई जाने वाली मिठाइयों में सबसे आगे है। वहीं पाकिस्तान इस मिठाई से इतना ज़्यादा प्रभावित हुआ कि इसे अपनी राष्ट्रीय मिठाई ही बना दिया। आइए जानें इससे जुड़ी कुछ ख़ास बातें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें पाकिस्तान सरकार कुछ दिनों से राष्ट्रीय मिठाई की खोज कर रही थी। इसके लिए पाकिस्तान सरकार ने अपने ऑफ़िशियल ट्विटर अकाउंट पर लोगों से सवाल किया कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय मिठाई कौन सी है? जवाब में तीन विकल्प जलेबी, गुलाब जामुन और बर्फ़ी रखे गए थे। सवाल के जवाब के तौर पर ज़्यादातर लोगों ने गुलाब जामुन को चुना। वहीं कई लोगों ने ट्विटर पर इसका मज़ाक भी उड़ाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों मिठाइयों में से सबसे ज़्यादा वोट गुलाब जामुन को मिले और यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय मिठाई बनी। पाक सरकार द्वारा ट्विटर पर करवाए गए इस पोल में लगभग 15,000 लोगों ने मतदान किया। गुलाब जामुन को 47%, जलेबी को 34% और बर्फ़ी को 19% वोट मिले। वहीं कई लोगों ने ट्विटर पर मज़ाक़िया कमेंट भी किए। एक यूज़र ने लिखा, 'जो भी मिल जाए, उसे नेशनल स्वीट समझकर खा लेंगे।'
What is the National Sweet of Pakistan?
— Govt of Pakistan (@pid_gov) January 1, 2019
कई लोगों ने पाकिस्तान में एकतरफ़ा राष्ट्रीय मिठाई पोल पर नाराज़गी जताई और कहा कि मतदान अनुचित और धांधली भरा था। लोगों की नाराज़गी की वजह यह बताई जा रही है कि पाकिस्तान सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मतदान पोस्ट किया था। सरकार के ट्विटर अकाउंट पर लगभग पाँच लाख फ़ॉलोअर्स हैं, जबकि पाकिस्तान की पूरी आबादी लगभग 19.7 करोड़ है। ऐसे में कुछ लोगों के वोट पर ही राष्ट्रीय मिठाई की घोषणा कर दी गई।
Poll Question: What is the National Sweet Of Pakistan?
— Govt of Pakistan (@pid_gov) January 1, 2019
Answer: The right answer is Gulab Jamun. pic.twitter.com/zL0jgnjX06
अगर भारत की राष्ट्रीय मिठाई की बात करें तो गूगल सर्च के अनुसार भारत की राष्ट्रीय मिठाई 'जलेबी' है, जबकि सरकार की तरफ़ से इस तरह की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।