कोरोना संक्रमण को दोबारा फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठा रहे यूरोपीय देश?
चीन के बाद कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बने यूरोपीय देशों ने कुछ हद तक संक्रमण पर काबू पा लिया था। हालांकि, अब एक बार फिर यहां रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए लॉकडाउन हटने के बाद अब यहां फिर से पाबंदियां लागू की जा रही हैं। आइये, कुछ यूरोपीय देशों के उन कदमों पर नजर डालते हैं, जो वो कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उठा रहे हैं।
स्पेन में सबके लिए मास्क पहनना अनिवार्य
कुछ समय पहले तक स्पेन में स्थिति नियंत्रण में दिख रही थी, लेकिन बार्सिलोना और मैड्रिड जैसे इलाकों में जुलाई से मामले दोबारा बढ़ने शुरू हो गए। इसे देखते हुए केटेलोनिया इलाके में लोगों को घर पर रहने के लिए कहा गया है। यहां और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। वहीं मैड्रिड में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। कई देशों ने स्पेन पहुंचने वाले यात्रियों के लिए एडवायजरी जारी की है।
जर्मनी में हवाई अड्डों पर जांच अनिवार्य
जर्मनी में मई में सभी दुकानें और स्कूल खुलने शुरू हो गए थे, लेकिन जून में गुटेरस्लोह के पश्चिमी शहर में एक मांस प्रसंस्करण संयंत्र के कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद फिर से लॉकडाउन लागू कर दिया गया। 27 जुलाई को सरकार ने ऐलान किया कि हवाई अड्डों पर उतरने वाले सभी यात्रियों के लिए कोरोना वायरस टेस्ट कराना अनिवार्य है। सरकार ने भविष्य में संक्रमण को रोकने के लिए नए नियम बनाए हैं।
फ्रांस में भीड़ के इकट्ठा होने पर पाबंदी
फ्रांस में 17 मार्च को लगा लॉकडाउन मई में हटना शुरू हो गया था। हालांकि, जुलाई में नए मामले सामने आने के बाद सरकार ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। बीबीसी के मुताबिक, सरकार का कहना है कि अगर संक्रमण की दूसरी लहर आई तो वो राष्ट्रीय स्तर की जगह राज्य स्तर पर लॉकडाउन लगाएगी। देश के उत्तर पश्चिमी इलाके में 10 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लागू कर दी गई है।
इटली में पुलिस ने बंद कराए मशहूर स्थान
कोरोना वायरस संक्रमण का हॉटस्पॉट रहे इटली में दो महीने तक लॉकडाउन लागू रहा था। यहां रेस्टोरेंट, म्यूजियम और पर्यटन स्थल खोल दिए गए थे। इसके बाद जुलाई में रोम और लेजियो इलाके में संक्रमण तेजी से पैर पसारने लगा। इसके कारण पुलिस ने भीड़ को इकट्ठा होने से रोकने के लिए रोम के मशहूर स्थानों को बंद कर दिया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वाले बार को भी बंद कर दिया गया है।
बेल्जियम में नहीं मिलेगी पाबंदियों में और ढील
बेल्जियम में 1 जुलाई तक बाजार खुलने और खुली जगह पर 400 मेहमानों और दर्शकों के साथ कार्यक्रमों के संचालन की अनुमति दे दी गई थी। हालांकि, बीते दो सप्ताह से यहां बड़ी कोरोना संक्रमित मरीज मिलने लगे हैं। इसे देखते हुए एटवर्प शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही सरकार ने 1 अगस्त से दी जाने वाली पाबंदियों में ढील को अभी स्थगित कर दिया है। यहां रेस्टोरेंट में एक मेज पर चार ही लोग बैठ सकते हैं।
नीदरलैंड ने यात्रा को लेकर एडवायजरी जारी की
नीदरलैंड में उसके पड़ोसी देशों की तुलना में कम संख्या में कोरोना वायरस के मामले हैं। यहां पाबंदियां ज्यादा कड़ी नहीं थी। अगर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं तो उनकी संख्या पर कोई रोक नहीं है। यहां सरकार ने नागरिकों को गैर-जरूरी यात्राओं पर जाने से बचने को कहा है। पुर्तगाल में भी 1 जुलाई से लगभग सभी पाबंदियों में ढील दे दी गई है। यहां होटल दोबारा खुल गए हैं, लेकिन नाइटक्लब पर अभी रोक है।
किस देश में कितने मामले?
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, स्पेन में 3,05,767 लोग संक्रमित हुए हैं और 28,499 की मौत हो चुकी है। इसी तरह जर्मनी में कोरोना वायरस के 2,14,119 मामले और 9,180 मौतें, इटली में 2,48,803 मामले और 35,181 मौतें, फ्रांस में 2,28,576 मामले और 30,297 मौतें, बेल्जियम में 71,158 मामले और 9,859 मौतें, नीदरलैंड में 56,756 मामले और 6,173 मौतें और पुर्तगाल में 51,848 मामले सामने आए हैं और 1,740 मौतें हो चुकी हैं।