तेजस के बाद राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
क्या है खबर?
तेजस लड़ाकू विमान में उडान भरने के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरने को तैयार हैं।
खबरों के अनुसार, वह 8 अक्टूबर को पेरिस में राफेल विमान में उड़ान भरेंगे। इस दिन फ्रांस भारत को पहला राफेल विमान सौंपेगा।
इसके लिए राजनाथ 7 अक्टूबर को तीन दिवसीय दौरे पर फ्रांस पहुंचेंगे।
बता दें कि दोनों देशों के बीच 36 राफेल विमानों का सौदा हुआ है।
जानकारी
19 सितंबर को भरी थी तेजस में उड़ान
इससे पहले राजनाथ ने 19 सितंबर को तेजस लड़ाकू विमान में 30 मिनट उड़ान भरी थी। वह ऐसा करने वाले पहले रक्षा मंत्री बने थे। बता दें कि तेजस पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान है और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL) ने इसका निर्माण किया है।
समारोह
फ्रांस की सेना के उच्च अधिकारी मौजूद रहेंगे
'फर्स्ट पोस्ट' को वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि 8 अक्टूबर को समारोह में फ्रांस भारत को राफेल विमान सौपेगा।
विमान मिलने के बाद राजनाथ इसमें उड़ान भरेंगे।
इस दौरान फ्रांस की सेना के उच्च अधिकारी और राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन के वरिष्ठ अधिकारी वहां मौजूद रहेंगे।
विमान हासिल करने और इसमें उड़ान भरने के बाद राजनाथ नौ अक्टूबर को फ्रांस सरकार के रक्षा अधिकारियों के साथ रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर बातचीत करेंगे।
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वायुसेना की उच्चस्तरीय टीम पहले से पेरिस में
वायुसेना के सूत्रों के अनुसार, वायुसेना की एक उच्चस्तरीय टीम पहले से ही पेरिस में है। ये टीम फ्रांस के अधिकारियों के साथ मिलकर विमान सौंपने वाले समारोह की तैयारियों में जुटी हुई है।
राफेल सौदा
विवादों में रहा है राफेल सौदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UPA सरकार के समय हुए 126 राफेल विमानों के सौदे को रद्द करते हुए फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों के सौदे का ऐलान किया था।
2016 में 58,000 करोड़ रुपये के इस सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे।
नए सौदे में मोदी सरकार ने सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को हटाकर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को शामिल किया था।
ये कंपनी मात्र 15 दिन पहले बनी थी।
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मौजूदा वायुसेना प्रमुख ने की थी सौदे की बातचीत में भारतीय दल की अध्यक्षता
मौजूदा वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने सौदे की बातचीत में भारतीय दल की अध्यक्षता की थी। उनके अनुसार, राफेल वायुसेना के लिए गेम चेंजर साबित होगा और भारत इसकी मदद से चीन और पाकिस्तान पर भारी पड़ेगा।
राजनीति
अनिल अंबानी को शामिल करने पर हुआ था विवाद
इस बीच सौदे से HAL को हटाकर अनिल अंबानी को शामिल करने पर कई सवाल उठे थे और इसे घोटाला बताया गया था।
तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मामले में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
उन्होंने लोकसभा चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया था।
हालांकि, चुनाव में कांग्रेस की हार और मोदी की जीत के बाद राफेल सौदे का मुद्दा अचानक गायब हो गया।