बुज़ुर्ग महिला की रसोई में टंगी थी 13वीं सदी की पेंटिंग, कीमत निकली 46 करोड़ रुपये
कई बार हमारे घर में या आस-पास कुछ ऐसी बेशक़ीमती चीज़ें होती हैं, जिनके बारे में हमें पता नहीं होता है, लेकिन जब उसकी असलियत पता चलती है तो होश उड़ जाते हैं। हाल ही में ऐसा फ्रांस की एक बुज़ुर्ग महिला के साथ हुआ है। दरअसल, बुज़ुर्ग महिला की रसोई में 13वीं सदी की एक पुरानी पेंटिंग टंगी थी। बाद में जब महिला को पता चला की उसकी कीमत 46 करोड़ रुपये है, तो वह हैरान रह गई।
27 अक्टूबर को होगी पेंटिंग की नीलामी
जानकारी के अनुसार, फ्रांस के कॉम्पैनियन शहर में एक बुज़ुर्ग महिला के पास 46 करोड़ रुपये मूल्य की एक पुरानी पेंटिंग मिली है। बता दें कि महिला ने इस पेंटिंग को अपनी रसोई में हॉटप्लेट (चूल्हा) के ऊपर टांगा हुआ था। पेंटिंग के बारे में कहा जा रहा है कि यह मशहूर पेंटर चिमाबुए की कृति है। ख़बरों के अनुसार, पेंटिंग की सच्चाई जानने के बाद 27 अक्टूबर को उसकी नीलामी की जाएगी।
पिछले साल पता चली पेंटिंग की सच्चाई
बुज़ुर्ग महिला ने इस बारे में कहा कि वो इसे एक साधारण पेंटिंग मानती थी। धार्मिक प्रतीक के तौर पर परिवार ने उसे घर में रखा था। उन्होंने कहा, "पिछले साल ही मुझे इसके महत्व के बारे में पता चला, जब मैं अपना घर बेच रही थी। घर ख़ाली करने से पहले मैंने अपना सामान बेचने के लिए एक नीलामी विशेषज्ञ को बुलाया था। वह पेंटिंग देखकर हैरान हो गया और उसने ही मुझे इसके बारे में बताया था।"
मशहूर पेंटर चिमाबुए बनाई हुई है पेंटिंग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महिला के घर में मिली पेंटिंग मशहूर पेंटर चिमाबुए की है, जो उन्होंने 13वीं सदी में बनाई थी। चिमाबुए ने ईसा मसीह से जुड़ी आठ पेंटिंग्स बनाई थी। उनमें से एक पेंटिंग 20 साल पहले लंदन में मिली थी। उस समय भी उस पेंटिंग को एक नीलामी विशेषज्ञ ने पहचाना था। वर्तमान में मिली पेंटिंग के बारे में बुज़ुर्ग महिला ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि यह उनके घर में कैसे आई।
700 करोड़ रुपये में नीलाम हुई थी पेंटिंग
इससे पहले 2017 में इटली के महान कलाकार लियोनार्डो दा विंची की एक दुर्लभ पेंटिंग को 10 करोड़ डॉलर (लगभग 700 करोड़ रुपये) में नीलाम होने की बात की गई थी। पेंटिंग का नाम 'सेवियर ऑफ वर्ल्ड' था, जिसे 1958 में किसी ने 45 पाउंड में बेच दी थी। हालाँकि, बाद में इसे मोटी कीमत पर नीलाम किया गया। वर्तमान में लियोनार्डो की 20 से भी कम पेंटिंग अस्तित्व में हैं, जिसे उन्होंने अपने हाथों से बनाया था।