
डोनाल्ड ट्रंप को बड़ी सफलता, 'बिग ब्यूटीफुल विधेयक' अमेरिकी संसद से पारित
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ी सफलता मिली है। उनका महत्वाकांक्षी 'बिग ब्यूटीफुल विधेयक' भारी विरोध के बावजूद घंटों चली कार्यवाही के बाद अमेरिकी संसद के निचले सदन (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) से पारित हो गया है। विधेयक के पक्ष में 218,जबकि विरोध में 214 सांसदों ने मतदान किया। ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के 2 सांसदों ने भी विधेयक के विरोध में मतदान किया। अब इस विधेयक को हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के पास भेजा जाएगा।
हंगामा
संसद में हुआ भारी हंगामा
संसद में विधेयक पेश किए जाने के घंटों बाद तक इस पर बहस और मतदान जारी रहा। सदन के स्पीकर माइक जॉनसन ने भारी हंगामे के बीच मतदान जारी रखा। जॉनसन ने कहा, "हम आज रात वहां पहुंचने वाले हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं और अपनी प्रगति के बारे में बहुत-बहुत सकारात्मक हैं।" इस दौरान कई बैठकें चलती रहीं और मतदान से दूरी बनाने वाले या विरोध में मतदान करने वालों को मनाने के प्रयास हुए।
प्रावधान
विधेयक में क्या-क्या प्रावधान हैं?
विधेयक में आयकर और संपत्ति कर में कटौती के प्रावधान हैं। इस कटौती को स्थायी किया जाएगा। ट्रंप का दावा है कि सालाना 30,000 से 80,000 डॉलर कमाने वालों को अगले साल 15 प्रतिशत कम कर देना होगा। छोटे व्यवसायों और अनुसंधान व विकास के लिए भी टैक्स कटौती। अमेरिका की सरकार द्वारा कर्ज लेने की सीमा को भी बढ़ाया जाएगा। हर साल 10 लाख आप्रवासियों को हटाने और 1 लाख को हिरासत में रखने की क्षमता विकसित की जाएगी।
विरोध
एलन मस्त समेत कई लोग कर रहे हैं विरोध
कभी ट्रंप की सरकार में शामिल रहे कारोबारी एलन मस्क इस विधेयक का भारी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने ऐलान किया था कि अगर विधेयक संसद से पारित हुआ तो वे अगले ही दिन एक नई 'अमेरिका पार्टी' का गठन करेंगे। पहले मस्क ने विधेयक की आलोचना करते हुए कहा था, "इससे सरकारी खर्च और सरकारी घाटा दोनों बढ़ेंगे और ये लाखों लोगों की नौकरियां खा जाएगा। यह पूरी तरह से पागलपन भरा और विनाशकारी है।"
सीनेट
सीनेट में केवल एक वोट से पारित हुआ था विधेयक
इससे पहले एक जुलाई को विधेयक को सीनेट (संसद का ऊपरी सदन) में पेश किया गया था, जहां वो केवल एक वोट से पारित हुआ था। विधेययक के पक्ष में 51, जबकि विरोध में 49 वोट मिले थे। 3 रिपब्लिन सांसदों ने विधेयक के विरोध में मतदान किया था, जिसके बाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने निर्णायक वोट डाला था। वहीं, सभी डेमोक्रेटिक सांसदों ने विधेयक के विरोध में मतदान किया था।