हाइपरसोनिक मिसाइलें क्या होती हैं और रूस क्यों कर रहा इनका इस्तेमाल?
रूस ने रविवार को कहा कि उसने हाइपरसोनिक मिसाइल से यूक्रेन के माइकोलईव शहर के पास मौजूद ईंधन भंडारों को निशाना बनाया था। यह लगातार दूसरा दिन था जब रूस ने यूक्रेन में हमला करने के लिए हाइपरसोनिक मिसाइल इस्तेमाल की। शनिवार को भी उसने पश्चिमी यूक्रेन में हथियारों के भंडार पर यह मिसाइल दागी थी। यह पहली बार है, जब किसी युद्ध में इस मिसाइल का इस्तेमाल हो रहा है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
हाइपरसोनिक मिसाइल को 'आदर्श हथियार' बता चुके हैं पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिग लड़ाकू विमानों से दागी जाने वाली इन मिसाइलों को 'एक आदर्श हथियार' करार दिया है। यह ध्वनि से 10 गुना अधिक रफ्तार से उड़ान भर सकती है। यह कम उड़ाई पर भी उड़ने में सक्षम है, जिससे सामने वाले देश के लिए इसे इंटरसेप्ट करना काफी मुश्किल हो जाता है। यह मिसाइल परंपरागत हथियारों के साथ-साथ परमाणु हथियारों को भी ले जाने में सक्षम है।
ये होती हैं हाइपरसोनिक मिसाइलों की विशेषता
हाइपरसोनिक मिसाइलों का निशाना दूसरी मिसाइलों की तुलना में बेहतर होता है और यह तेज गति से लक्ष्य को भेद सकती है। रूस ने जिस मिसाइल का इस्तेमाल किया था, उसकी रेंज 1,200-1,500 किलोमीटर थी और यह अपने साथ 480 किलोग्राम तक के हथियार ले जा सकती है। करीब आठ मीटर लंबी और एक मीटर चौड़ी इस मिसाइल का कुल वजह 4,300 किलोग्राम के आसपास होता है। अमेरिका और चीन भी ऐसी मिसाइलों को विकसित करने में लगे हुए हैं।
हाइपरसोनिक का मतलब क्या होता है?
ध्वनि की रफ्तार (लगभग 1,235 किलोमीटर प्रति घंटे) से पांच गुना अधिक रफ्तार (मैक 5) को हाइपरसोनिक कहा जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि हाइपरसोनिक मिसाइलें 6,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती हैं। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, बैलिस्टिक मिसाइलों से उलट हाइपरसोनिक मिसाइलें तय रास्ते से उड़ान नहीं भरतीं और ये लक्ष्य की तरफ जाते समय अपने मार्ग को परिवर्तित कर सकती हैं, जिससे इन्हें पकड़ना काफी मुश्किल हो जाता है।
रूस ने क्यों इस्तेमाल की हाइपरसोनिक मिसाइल?
समाचार एजेंसी AFP से बात करते हुए एक रूसी विशेषज्ञ वेसिली कशीन ने कहा कि यह मिसाइल अधिक विध्वंसक और अचूक है। यह जमीन के भीतर बने भंडारों को निशाना बनाने में ज्यादा उपयोगी हो सकती है। हालांकि, कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे रूस को खास फायदा नहीं होने वाला। एक और विशेषज्ञ ने कहा कि यह मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने और प्रोपेगैंडा फैलाने के अलावा जमीनी स्थिति में बड़ा बदलाव नहीं ला सकती।
क्या गेम चेंजर साबित होगी हाइपरसोनिक मिसाइल?
अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन में हाइपरसोनिक मिसाइल 'गेम चेंजर' साबित नहीं होगी। यह रूस की बढ़त बनाने की एक कोशिश भर है। बेल्जियम के एक सामरिक विशेषज्ञ जोसेफ हेनरोटिन ने ट्वीटर पर लिखा कि हो सकता है रूस के पास शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों की कमी हो गई है या वह युद्ध में अपना दांव बढ़ाना चाहता है। इसलिए इस तरह की रणनीति अपना रहा है। कई दूसरे विशेषज्ञों ने भी उनकी बात का समर्थन किया है।