हर चार महीने में आ सकती है कोरोना महामारी की लहर, बूस्टर खुराक है महत्वपूर्ण- WHO
देश में कई महीनों तक धीमी रही कोरोना वायरस महामारी की रफ्तार एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है। प्रतिदिन संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि दुनिया के देशों में प्रत्येक चार से छह महीने में महामारी की नई लहर आ सकती है। ऐसे में महामारी से बचाव के लिए बूस्टर डोज (तीसरी खुराक) बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।
कमजोर लोगों के लिए महत्वपूर्ण है बूस्टर खुराक- स्वामीनाथन
बूस्टर खुराक के महत्व पर जोर देते हुए स्वामीनाथन ने न्यूज 18 से कहा कि विशेष रूप से कमजोर या गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों में इम्यूनिटी को बढ़ाने के उद्देश्य से बूस्टर खुराक काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हर चार से छह महीने में महामारी की एक नई लहर आने की संभावना बनी हुई है, लेकिन इसकी तीव्रता कमजोर आबादी की संख्या पर निर्भर करेगी। ऐसे में सरकारों को उसके हिसाब के कदम उठाने की जरूरत है।
संक्रमण के मामलों में ताजा उछाल के पीछे क्या है कारण?
स्वामीनाथन ने कहा कि भारत में वर्तमान में बढ़ते संक्रमण के मामलों के पीछे कई कारण सामने आ रहे हैं। इनमें ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.4 और BA.5 सब-वेरिएंट का अधिक संक्रामक होना और लोगों की इम्यूनिटी में कमी सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण के लिए लोगों का व्यवहार भी जिम्मेदार है। वर्तमान में लोगों ने मास्क लगाना छोड़ दिया है और घरों में भीड़ जमा होने लगी है। यह सबसे बड़ी परेशानी बन रहा है।
बूस्टर खुराक के लिए लोगों को कैसे प्रेरित करें?
स्वामीनाथन ने कहा कि बूस्टर खुराक के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए सरकार को जागरुकता अभियान चलाकर स्पष्ट करना चाहिए कि इससे इम्यूनिटी लंबे समय तक रहेगी और कोरोना वायरस के विभिन्न वेरिएंटों से बचाव आसान होगा। बता दें कि वर्तमान में देश में 60 साल से अधिक उम्र के 15 प्रतिशत लोगों को ही बूस्टर खुराक लगी है। इसी तरह 45-59 साल और 18-44 साल आयु वर्ग के एक प्रतिशत लोगों ने ही यह खुराक लगवाई है।
इन राज्यों में लगी है सबसे अधिक बूस्टर खुराक
बता दें कि वर्तमान में आबादी के हिसाब से लद्दाख में 18 साल से अधिक उम्र के सबसे अधिक 31 प्रतिशत लोगों ने बूस्टर खुराक लगवाई है। इसी तरह आंध्र प्रदेश में 10 प्रतिशत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में नौ प्रतिशत, लक्षद्वीप, सिक्किम और दिल्ली में आठ प्रतिशत लोगों ने ही बूस्टर खुराक लगवाई है। इसके उलट तमिलनाडु और झारखंड में सबसे कम महज दो प्रतिशत लोगों ने ही बूस्टर खुराक लगवाई है। यह बड़ी चिंता का कारण है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 8,084 नए मामले सामने आए और 10 लोगों की मौत हुई। ये लगातार तीसरा ऐसा दिन है जब देश में 8,000 से अधिक नए मामले आए हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,32,30,101 हो गई है। इनमें से 5,24,771 मरीजों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 47,995 हो गई है। विशेषज्ञों ने देश में एक छोटी लहर की शुरूआत की आशंका जताई है।