कोरोना: करीब 100 देशों को वैक्सीन की 50 करोड़ खुराकें वितरित करेगा अमेरिका
अमेरिका महामारी से जूझ रहे देशों को अगले साल तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 50 करोड़ खुराकें भेजेगा। इसके लिए बाइडन प्रशासन ने फार्मा कंपनी फाइजर से समझौता किया है। इस साल लगभग 20 करोड़ और अगले साल के मध्य तक 30 करोड़ खुराकें करीब 100 देशों को भेजी जाएंगी। अमेरिका केवल इन खुराकों की लागत का भुगतान फाइजर को करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर लंबे समय से गरीब देशों की मदद करने का दबाव बढ़ रहा था।
कोवैक्स के जरिये किया जाएगा वितरण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन 50 करोड़ खुराकों में से 20 करोड़ इस साल के अंत तक और बाकी 30 करोड़ खुराकें अगले साल जून तक वितरित कर दी जाएंगी। फाइजर के पास दो खुराकों वाली वैक्सीन है। इसका मतलब यह हुआ कि अमेरिका करीब 25 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए खुराकें देगा। इन खुराकों का वितरण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की देखरेख में चल रहे कोवैक्स अभियान के जरिये किया जाएगा।
बाइडन जल्द कर सकते हैं ऐलान
द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका अगले साल के मध्य तक 92 निम्न आय वाले देशों को ये खुराकें भेजेगा। नाटो और G7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए यूरोप पहुंचे बाइडन आज इसका ऐलान कर सकते हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान वो दूसरे राष्ट्राध्यक्षों को भी वैक्सीन वितरण के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इस बार G7 सम्मेलन का एजेंडा भी वैक्सीन के वितरण में असमानता को दूर करने से संबंधित है।
पहले भी आठ करोड़ खुराकों के वितरण का ऐलान कर चुका है अमेरिका
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि पूरी दुनिया की आबादी को वैक्सीनेट करने के लिए 1,100 करोड़ खुराकों की जरूरत होगी। पिछले हफ्ते अमेरिका ने जरूरतमंद देशों को इस महीने के अंत तक वैक्सीन की आठ करोड़ खुराकें देने का ऐलान किया था। 2.5 करोड़ खुराकों की शुरुआती आपूर्ति में से लगभग 1.9 करोड़ खुराकें कोवैक्स के जरिये वितरित की जाएंगी और 60 लाख खुराकें भारत और उन देशों को दी जाएंगी, जहां मामले बढ़ रहे हैं।
वैक्सीन के वितरण में है भारी असमानता
दुनिया में कोरोना वायरस वैक्सीन के वितरण के मामले में भारी असमानता देखने को मिल रही है। अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन जहां अपनी लगभग आधी आबादी को वैक्सीनेट करने के बाद बच्चों को वैक्सीन लगाने लगे हैं, वहीं गरीब देशों में अभी तक सभी स्वास्थ्यकर्मियों को भी खुराकें नहीं दी जा सकी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई संस्थाएं इस असमानता को दूर करने के लिए सरकारों से कदम उठाने की मांग कर रही हैं।
दुनियाभर में क्या है महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 17.44 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 37.58 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.34 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 5.98 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है। यहां अब तक 2,91,83,121 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 3,59,676 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।