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डोनाल्ड ट्रंप ने FDA और फाइजर पर लगाया कोरोना वैक्सीन की घोषणा रोके रखने का आरोप

डोनाल्ड ट्रंप ने FDA और फाइजर पर लगाया कोरोना वैक्सीन की घोषणा रोके रखने का आरोप

Nov 10, 2020
11:22 am

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) और फार्मा कंपनी फाइजर पर कोरोना वायरस वैक्सीन की घोषणा को रोके रखने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि बायोनटेक के साथ मिलकर कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन पर काम कर रही फाइजर ने सोमवार को दावा किया कि उनकी वैक्सीन 90 प्रतिशत लोगों में संक्रमण को रोक सकती है। कंपनी की यह घोषणा अमेरिकी चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद आई है।

फाइजर और बायोनटेक

वैक्सीन को लेकर क्या है दावा?

फाइजर और बायोनटेक ने सोमवार को दावा किया कि वो उनके द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन 90 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोक सकती है। इस वैक्सीन को अभी तक छह अलग-अलग देशों में 43,500 लोगों पर टेस्ट किया जा चुका है। इनमें सुरक्षा से संबंधित कोई चिंता नहीं देखी गई है। शुरुआती विश्लेषण से उत्साहित दोनों कंपनियां इस महीने के अंत तक इसके इस्तेमाल की अनुमति पाने के लिए आवेदन करेंगी।

आरोप

ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा, 'फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन और डेमोक्रेट्स मुझे वैक्सीन विन (वैक्सीन से होने वाला फायदा) नहीं लेने देना चाहते थे। इसलिए चुनावों से पहले की बजाय पांच दिन बाद इसकी घोषणा हुई है।' ट्रंप ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि अगर जो बाइडन राष्ट्रपति होते तो अगले चार साल भी आपके पास वैक्सीन नहीं होती और न ही FDA इसे इतनी जल्दी अनुमति देता। नौकरशाही लाखों जिंदगियों को तबाह कर चुकी होती।

आरोप

बाइडन राष्ट्रपति होते तो चार साल और नहीं आती वैक्सीन- ट्रंप

ट्रंप ने लिखा, 'मैं यह कहते आया हूं कि फाइजर और दूसरी कंपनियां चुनावों के बाद वैक्सीन की घोषणा करेंगी क्योंकि उनमें पहले ऐसा करने की हिम्मत नहीं है। FDA को इसका ऐलान पहले कर देना चाहिए था। ऐसा किसी राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं बल्कि जिंदगियां बचाने के लिए होना चाहिए था। इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने वैक्सीन के निर्माण और मंजूरी को फास्ट ट्रैक करने की राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया था।

वैक्सीन का ऐलान

बाइडन ने दी वैज्ञानिकों को बधाई

ट्रंप के इन आरोपों से पहले अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन ने वैक्सीन से जुड़े ऐलान के बाद वैज्ञानिकों की टीम को बधाई दी थी। उन्होंने कहा, "मैं उन सभी शानदार महिलाओं और पुरुषों को बधाई देता हूं, जिन्होंने यह कामयाबी पाई है और हमें उम्मीद की किरण दिखाई है।" बाइडन ने आगे कहा कि अभी यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई खत्म होने में बहुत समय बाकी है।

तरीका

कैसे काम करती है फाइजर की वैक्सीन?

फाइजर और बायोनटेक द्वारा तैयार की जा रही यह वैक्सीन की खुराक के जरिये कोरोना वायस के जेनेटिक कोड को शरीर में इंजेक्ट किया जाता है। इसकी मदद से इंसानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इस वायरस के हमले से बचने के लिए तैयार हो जाती है। शुरुआती नतीजों में पता चला है कि यह वैक्सीन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडीज बनाती हैं और साथ ही इम्यून सिस्टम में टी-सेल्स का निर्माण करती है।

प्रतिक्रिया

बायोनटेक ने नतीजों को बताया मील का पत्थर

बीबीसी के अनुसार, अभी तक फाइजर ने जिस डाटा के आधार पर यह दावा किया है, वो अंतिम विश्लेषण नहीं है। अभी का दावा 94 वॉलेंटियर के डाटा पर आधारित है, जो कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इसके बावजूद फाइजर के प्रमुख ने कहा है कि वो लोगों को कोरोना वायरस संकट से बाहर निकालने के करीब पहुंच गए हैं। वहीं बायोनटेक से जुड़े प्रोफेसर उगूर साहीन ने इन नतीजों को मील का पत्थर बताया है।