
ईरान के साथ समझौतों को लेकर अमेरिका की पाकिस्तान को चेतावनी, बोला- प्रतिबंध लगा सकते हैं
क्या है खबर?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी 3 दिन के पाकिस्तान दौरे पर हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौतों समेत कई दूसरे मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसके बाद पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
अमेरिका ने पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाए जाने की चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा कि ईरान के साथ व्यापारिक समझौते पर विचार करने वाले किसी भी व्यक्ति को उससे प्रतिबंधों के संभावित जोखिम के बारे में पता होना चाहिए।
अमेरिका
क्या बोला अमेरिका?
अमेरिका के विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "मुझे मोटे तौर पर यह कहना है कि हम ईरान के साथ व्यापारिक समझौते पर विचार करने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रतिबंधों के संभावित जोखिम के बारे में जागरूक रहने की सलाह देते हैं। उसे समझना होगा कि कुछ पाबंदियां लग सकती हैं। हालांकि, अंत में पाकिस्तान सरकार अपनी विदेश नीति के बारे में खुद ही बात कर सकती है।"
पाकिस्तान
पाकिस्तान के बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम पर भी बोला अमेरिका
पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के आपूर्तिकर्ताओं पर प्रतिबंध पर पटेल ने कहा, "हम इस नेटवर्क और बड़े पैमाने पर विनाश के हथियारों की खरीद गतिविधियों को बाधित करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेंगे। प्रतिबंध इसलिए लगाए गए, क्योंकि ये ऐसी संस्थाएं थीं, जो सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसारक थीं। ये बेलारूस में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में स्थित संस्थाएं थीं, जिन्होंने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति की थी।"
समझौते
ईरान-पाकिस्तान में हुए 8 समझौते
रईसी के यात्रा के दौरान पाकिस्तान और ईरान में 8 समझौते हुए हैं। इनमें पशु चिकित्सा और पशु स्वास्थ्य में सहयोग, नागरिक मामलों में न्यायिक सहायता और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की है। दोनों देशों ने राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के साझा दृष्टिकोण को भी रेखांकित किया है।
इजरायल
रईसी ने इजरायल को दी चेतावनी
रईसी ने लाहौर में कहा, "अगर इजरायल हमला करता है तो जायोनी शासन के पास कुछ भी नहीं बचेगा। इस्लामी गणतंत्र ईरान फिलिस्तीनी प्रतिरोध का समर्थन जारी रखेगा। अगर ईरान पर इजरायल हमला करता है तो उसे तबाह कर दिया जाएगा।"
यात्रा के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा भी उछाला, लेकिन उन्हें रईसी ने इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
हमले
इसी साल पाकिस्तान और ईरान ने एक-दूसरे पर किए थे हमले
रईसी के दौरे से पहले इसी साल जनवरी में ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ड्रोन से बलोच आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर हमला किया था। पाकिस्तान का दावा था कि इसमें 2 बच्चे मारे गए थे।
इसकी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के सरवन शहर में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) के 7 ठिकानों और प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
1947 में जब पाकिस्तान बना तो ईरान उसे मान्यता देने वाला पहला देश था। पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान ने 1949 में ईरान की राजधानी तेहरान का दौरा किया था।
इसके अगले ही साल ईरान के शाह ने भी पाकिस्तान की यात्रा की थी। पाकिस्तान जाने वाले वे पहले राष्ट्रध्यक्ष थे। इसी साल दोनों देशों के बीच एक संधि भी हुई थी। पाकिस्तान ने अपना पहला दूतावास भी ईरान में ही खोला था।