ईरान ने पाकिस्तान में की एयरस्ट्राइक, अंजाम भुगतने की चेतावनी मिली
क्या है खबर?
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) द्वारा की गई एयरस्ट्राइक पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान ने इन हमलों को संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया है और ईरान को "गंभीर परिणाम" भुगतने की धमकी दी है।
पाकिस्तान ने दावा किया है कि ईरान की एयरस्ट्राइक में 2 बच्चों की मौत हुई है।
दरअसल, ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान में घुसकर बलोच आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाया था।
ईरान हमला
ईरान ने यह हमले क्यों किये?
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह उस हमले के जवाब में किये गए हमले हैं जो पहले इस आतंकी समूह द्वारा पाकिस्तान के साथ सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर किये गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, IRGC ने बलूचिस्तान प्रांत में स्थित आतंकी संगठन जैश अल-अदल के 2 ठिकानों को नष्ट कर दिया। इन ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला किया गया था।
निंदा
पाकिस्तान ने हमले की कड़ी निंदा की
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "पाकिस्तान ईरान द्वारा उसके हवाई क्षेत्र के अकारण उल्लंघन की कड़ी निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप 2 मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि 3 लड़कियां घायल हो गईं। पाकिस्तान की संप्रभुता का यह उल्लंघन पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।"
पाकिस्तान ने कहा कि वह हमेशा कहता है कि आतंकवाद सभी देशों के लिए एक साझा खतरा है, जिसके लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
द्विपक्षीय संबंध
पाकिस्तान ने कहा- इससे बिगड़ सकते हैं द्विपक्षीय संबंध
पाकिस्तान ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई अच्छे पड़ोसी के लक्षण नहीं है। यह द्विपक्षीय संबंधों को गंभीर रूप से कमजोर कर सकते हैं।
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 2 पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ईरानी हमलों ने ईरानी सीमा से लगभग 50 किलोमीटर अंदर पाकिस्तान के बलूचिस्तान के पंजगुर जिले में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पाकिस्तान ने ईरानी विदेश मंत्रालय में इस हमले की शिकायत की है।
जानकारी
पाकिस्तान ने ईरान के राजनयिक को किया तलब
पाकिस्तान ने हमले का कड़ा विरोध जताते हुए तेहरान में ईरानी विदेश मंत्रालय के संबंधित वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी है। पाकिस्तान ने ईरानी राजनयिक को भी विदेश मंत्रालय में बुलाया है।
आतंकी समूह
जैश अल-अदल क्या है?
सुन्नी आतंकवादी समूह जैश अल-अदल का गठन 2012 में हुआ था। इसका मुख्यालय पाकिस्तान के बलूचिस्तान में है और यह पहले जुंदल्लाह का हिस्सा था जोकि एक वैश्विक आतंकी संगठन है।
यह संगठन अक्सर ईरान के सुरक्षा बलों पर हमले करता है। पिछले साल दिसंबर में ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में इस आतंकी संगठन के हमले में 11 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी।
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के ईरान से अपहरण करने में भी इसी संगठन के आतंकी शामिल थे।
इराक सीरिया
ईरान ने सीरिया और इराक में भी किये थे हमले
ईरान के IRGC ने इससे पहले इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान के एरबिल में स्थित इजरायल के 'जासूसी मुख्यालय' पर हमला किया था।
कुछ मिसाइलें अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास भी गिरीं थीं। हमले की अमेरिका ने कड़ी निंदा की थी।
ऐसे ही हमले सीरिया में ईरान विरोधी संगठनों पर भी किए गए थे और ये हमले हाल ही में जनरल कासिम सुलेमानी की बरसी पर हुए हमले के जवाब में किये गए थे।