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अमेरिका: पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों को अब मास्क पहनने की जरूरत नहीं

अमेरिका: पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों को अब मास्क पहनने की जरूरत नहीं

May 14, 2021
08:31 am

क्या है खबर?

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका ने एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। अब यहां पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। अमेरिका की शीर्ष स्वास्थ्य संस्था ने गुरुवार को कहा कि वो पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों के लिए मास्क पहनने की गाइडलाइंस हटा रही है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे महामारी के खिलाफ लंबी लड़ाई में 'एक महान दिन' करार दिया है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।

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वैक्सीनेट हो चुके लोगों को कहीं भी मास्क पहनने की जरूरत नहीं

अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की निदेशक रशेल वेलेंस्की ने कहा, "पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुका व्यक्ति हर प्रकार की इंडोर और आउटडोर गतिविधियों में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बिना शामिल हो सकता है।" उन्होंने कहा कि अगर आप पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं तो वो सारे काम कर सकते हैं, जो आपने महामारी के चलते रोक दिए थे। बता दें, पिछले साल से अमेरिका में मास्क पहनना जरूरी हुआ था।

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स्थिति खराब होने पर बदली जा सकती हैं गाइडलाइंस

हालांकि, CDC की गाइडलाइंस के अनुसार अभी भी विमानों, ट्रेनों, बसों और सार्वजनिक यातायात के दूसरे साधनों में मास्क की जरूरत पड़ सकती है। विदेशों से आने वाले पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके यात्रियों को अभी भी आने के तीन दिनों बाद टेस्ट कराना होगा या अगर वो पिछले तीन महीनों में कोरोना से ठीक हुए हैं तो दस्तावेज के रूप में इसका सबूत देना होगा। वहीं, अगर स्थिति बिगड़ती है तो गाइडलाइंस में बदलाव किया जाएगा।

प्रतिक्रिया

राष्ट्रपति ने फैसले को मील का पत्थर करार दिया

CDC के इस ऐलान पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनके हिसाब से महामारी के खिलाफ लड़ाई में यह एक मील का पत्थर, एक महान दिन है। इस फैसले का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया है। हालांकि, अभी भी कुछ लोगों का कहना है कि ऐहतियात के तौर पर वो मास्क पहनना जारी रखेंगे। पिछले महीने CDC ने पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क की जरूरत खत्म कर दी थी।

जानकारी

पूरी तरह वैक्सीनेट लोगों का क्या मतलब?

अमेरिका में इस्तेमाल की जा रही फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन की दो-दो खुराकें लगाई जाती हैं, जबकि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन एक ही खुराक वाली है। पूरी तरह वैक्सीनेट लोगों का मतलब है कि जिन्होंने फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन की दो-दो और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की एक खुराक ले ली है। अब यहां 12-15 साल के बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। 16 से अधिक के लिए पहले से वैक्सीनेशन चल रहा था।

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4 जुलाई तक वायरस से आजादी का लक्ष्य

अभी तक अमेरिका के 60 प्रतिशत व्यस्कों को वैक्सीन की एक या दोनों खुराकें लग चुकी हैं। इससे लोगों में इम्युनिटी बढ़ रही है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना के दैनिक मामले भी लगातार कम होते जा रहे हैं, जिससे महामारी काबू में आती नजर आ रही है। बता दें कि राष्ट्रपति बाइडन ने अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस यानी 4 जुलाई तक देश को सामान्य बनाने के करीब ले जाने का और वायरस से आजादी का लक्ष्य रखा है।

कोरोना वायरस

अमेरिका में महामारी और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अमेरिका में अभी तक 3.28 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 5.84 लाख लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं अगर वैक्सीनेशन की बात करें तो अमेरिका वैक्सीन लगाने में दुनिया के सभी देशों से आगे है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अमेरिका में वैक्सीन की 26.6 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं। यहां रोजाना औसतन 21 लाख खुराकें लगाई जा रही हैं।