कोरोना वायरस: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 44 कर्मचारियों की मौत, कुलपति की जिनोम सीक्वेंसिंग की मांग
क्या है खबर?
कुछ हफ्तों के अंदर ही कोरोना वायरस के संक्रमण से 44 कर्मचारियों की मौत होने से उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में दहशत फैल गई है और कुलपति ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) को पत्र लिखकर नमूनों की जिनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा है।
उन्होंने यूनिवर्सिटी में कोरोना का अधिक घातक स्ट्रेन फैलने की आशंका जताई है। नमूनों को जांच के लिए दिल्ली के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)) भेज दिया गया है।
मौतें
मरने वालों में 19 प्रोफेसर और 25 गैर-शिक्षण कर्मचारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले तीन-चार हफ्ते के अंदर कोरोना वायरस AMU में 44 कर्मचारियों की जान निगल गया है। इनमें 19 प्रोफेसर और 25 गैर-शिक्षण कर्मचारी शामिल हैं।
हालिया दिनों में जान गंवाने वालों में मेडिसिन विभाग के डॉ शादाब खान और डॉ आरिफ सिद्दिकी और प्राणी विज्ञान के प्रोफेसर हुमायूं मुराद शामिल हैं।
संस्कृत विद्वान और संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर खालिद बिन यूसुफ को भी संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
अन्य विभाग
इन विभागों के प्रोफेसरों ने भी गंवाई जान
यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रोफेसर जमशेद सिद्दिकी और मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर सईदूज जफर और साजिद अली खान को भी कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
इसके अलावा इतिहास, राजनीतिक विज्ञान, कानून और धर्मशास्त्र विभाग ने भी अपने प्रोफेसरों और अन्य कर्मचारियों को खोया है।
कुलपति तारिक मंसूर के बड़े भाई की भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर मौत हो गई है।
पत्र
कुलपति ने जताई अधिक घातक वेरिएंट फैलने की आशंका
कुलपति मंसूर ने मामले में ICMR को पत्र लिखते हुए उससे जिनोम सीक्वेंसिंग की मांग की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यूनिवर्सिटी में कहीं कोई घातक वेरिएंट तो नहीं फैल रहा है।
अपने पत्र में उन्होंने लिखा है, "मौतें इन आशंकाओं को जन्म दे रही हैं कि शायद वायरस का कोई घातक वेरिएंट अलीगढ़ के सिविल लाइंस इलाके में फैल रहा है जिसमें AMU और अन्य बस्तियां आती हैं।"
चिंता
अभी भी यूनिवर्सिटी में रुके हुए हैं कई छात्र
बता दें कि AMU में लगभग 30,000 छात्र पढ़ते हैं जिनमें से लगभग 16,000 हॉस्टल में रहते हैं। हालांकि अभी महामारी के कारण यूनिवर्सिटी बंद थी, लेकिन फिर भी कुछ छात्र अपनी रिसर्च पूरी करने के लिए यहीं रुके हुए हैं।
एक रिसर्च स्कॉलर सलमान कमर ने कहा, "50-60 छात्रों को मजबूरन रुकना पड़ा है क्योंकि वे अपनी थीसिस जमा करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें रोजाना चिंतित परिजनों से फोन आ रहे हैं।"
कोरोना का कहर
उत्तर प्रदेश और अलीगढ़ में क्या है महामारी की स्थिति?
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित उत्तर प्रदेश में अभी स्थिति थोड़ी सुधरने लगी है। सोमवार को यहां 20,463 नए मामले सामने आए और 306 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले यहां 38,000 से अधिक नए मामले भी सामने आ चुके हैं।
राज्य में अभी तक कुल 15,45,230 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 16,048 मरीजों की मौत हुई है।
अलीगढ़ में 17,000 से अधिक लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है।