जापान के बाद अब ब्रिटेन आर्थिक मंदी की चपेट में, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बुरी खबर
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था कई दिक्कतों से जूझ रही है। अब रिपोर्ट सामने आई है कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की चपेट में आ गई है। ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ONS) द्वारा जारी हालिया आंकड़ों में यह सामने आया है। ONS के अनुसार, देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 2023 के अंतिम 3 महीनों में अनुमान से अधिक 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि जुलाई और सितंबर के बीच 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
इन क्षेत्रों में आई गिरावट
ONS के आर्थिक सांख्यिकी निदेशक लिज मैककेन ने कहा, "हमारा प्रारंभिक अनुमान 2023 की चौथी तिमाही में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में गिरावट को दिखाता है, जिससे विनिर्माण, निर्माण और थोक जैसे क्षेत्रों में विकास प्रभावित हुआ है।" ब्रिटेन की महंगाई दर दिसंबर से जनवरी में 4.0 प्रतिशत पर रही, जो बैंक ऑफ इंग्लैंड के निर्धारित लक्ष्य से दोगुनी है। 2020 में कोरोना वायरस महामारी के कारण ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में अन्य देशों की तुलना में अधिक गिरावट आई थी।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री ने आंकड़ों पर क्या कहा?
वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने आर्थिक मंदी पर अपनी प्रतिक्रिया में उच्च अधिक महंगाई दर को विकास के लिए बड़ी बाधा बताया है। हालांकि, वह अब भी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए टैक्स कटौती की वर्तमान योजना की वकालत कर रहे हैं।
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था क्यों बदतर हो रही?
कोरोना वायरस के कारण आई महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और ऊर्जा और खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमतों ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को लगातार कमजोर किया है। इससे पहले अर्थशास्त्रियों के रॉयटर्स के सर्वेक्षण में अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के लिए GDP में 0.1 प्रतिशत की कम गिरावट की भविष्यवाणी की थी। यह आंकड़े ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए बड़ा झटका साबित हो सकते हैं, जो देश की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक को 2024 में सुधार की उम्मीद
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था लगभग 2 सालों से स्थिर है, लेकिन बैंक ऑफ इंग्लैंड को 2024 में मामूली सुधार की उम्मीद है। हालांकि, ब्रिटिश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स में पॉलिसी और इन्साइट के निदेशक एलेक्स वेइच ने इस पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आगामी बजट के महत्व को देखते हुए सुनक से व्यापार और आर्थिक विकास के लिए एक स्पष्ट रणनीति की रूपरेखा तैयार करने का आग्रह किया एलेक्स ने कहा, "यह खबर निस्संदेह सरकार के लिए खतरे की घंटी है।"
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था स्थिर क्यों बनी हुई है?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के स्थिर होने का एक मुख्य कारण यह है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अपने मुख्य ब्याज दर को 15 साल के उच्च स्तर 5.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित बनाए रखा है। पिछले 2 सालों से ब्याज दर में तेजी रहने के कारण महंगाई को 4 दशक के उच्च स्तर 11 प्रतिशत से नीचे लाने में मदद मिली है। हालांकि, इससे ब्रिटेन की आर्थिक वृद्धि पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
जापान भी आया आर्थिक मंदी की चपेट में
विकसित देशों में शुमार जापान भी आर्थिक मंदी से जूझ रहा है और उसने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का खिताब जर्मनी को खो दिया है। BBC के मुताबिक, जापान की GDP 2023 के आखिरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में एक साल पहले की तुलना में 0.4 प्रतिशत घट गई। पिछली तिमाही में 3.3 प्रतिशत की गिरावट हुई थी। आर्थिक मंदी के कारणों में उच्च महंगाई दर और जापानी मुद्रा येन में आई गिरावट भी शामिल है।