
यूक्रेन में युद्धविराम के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रखीं ये 4 शर्तें
क्या है खबर?
यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अलास्का में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। अब खबर है कि इस मुलाकात के बाद उन्होंने यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए 4 शर्त रखी हैं। इनमें यूक्रेन से पश्चिमी देशों की सेनाओं की पूरी तरह वापसी और पूरे डोनबास इलाके को रूस को सौंपना शामिल हैं। ये मांगें दर्शाती हैं कि पुतिन अभी भी किसी समझौते को तैयार नहीं है।
शर्तें
क्या हैं पुतिन की 4 शर्तें?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने क्रेमलिन के 3 करीबी सूत्रों के हवाले से कहा है कि पुतिन ने यूक्रेन से पूरे डोनबास क्षेत्र को उसे सौंपने की शर्त रखी है। इसमें डोनेट्स्क और लुहांस्क प्रांत भी शामिल हैं। इसके अलावा यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में शामिल होने का इरादा छोड़ना होगा, तटस्थ रहना होगा और पश्चिमी देशों की सेनाओं को वहां से निकालना होगा। इस प्रस्ताव पर अभी यूक्रेन की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
डोनबास
रूस को डोनबास सौंपेगा यूक्रेन?
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को डोनेट्स्क और लुहांस्क प्रांतों सहित डोनबास प्रांत को पूरी तरह रूस को सौंप देना चाहिए। पुतिन ने यूक्रेन से वो हिस्से भी मांगें हैं, जहां उसका कब्जा नहीं है। यूक्रेन शुरू से ही इसे नकारता आया है और इसे आत्मसम्मान से जोड़कर देखता है। इस क्षेत्र में यूक्रेन के कई सैन्य, औद्योगिक और रसद केंद्र शामिल हैं। यूक्रेन 2014 से ही इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए काम कर रहा है।
समझौता
पुतिन ने त्रिपक्षीय समझौते के दिए संकेत
पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन, रूस और अमेरिका की भागीदारी वाला एक त्रिपक्षीय समझौता हो सकता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) मान्यता देगा। हालांकि, UNSC से जुड़े किसी समझौते को यूक्रेन द्वारा स्वीकार किए जाने की संभावना बेहद कम है, क्योंकि रूस UNSC का स्थायी सदस्य है और उसे वहां वोटी पावर है। यानी वो समझौते से संबंधित किसी भी फैसले पर एकतरफा रोक लगा सकता है।
रियायत
रूस ने इन क्षेत्रों में यूक्रेन को दी रियायत
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन अगर डोनबास पूरी तरह छोड़ता है, तो वे खेरसॉन और जापोरिज्जिया प्रांतों पर अपना दावा छोड़ देंगे। मास्को संभावित समझौते के तहत खार्किव, सुमी और द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्रों के अपने नियंत्रण वाले छोटे हिस्से को भी सौंपने को तैयार है। अमेरिकी अनुमानों और स्वतंत्र एजेंसियों के आंकड़ों के मुताबिक, रूस फिलहाल डोनबास के लगभग 88 प्रतिशत और जापोरिज्जिया और खेरसॉन के 73 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण रखता है।
यूक्रेन
जेलेंस्की ने कहा था- पूर्व नहीं छोड़ सकते, ये अस्तित्व का सवाल
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा था, "डोनबास क्षेत्र एक किले के रूप में कार्य करता है, जो यूक्रेन में रूस की बढ़ती गतिविधियों को रोक रहा है। अगर हम सिर्फ पूर्व से हटने की बात कर रहे हैं, तो हम ऐसा नहीं कर सकते। यह हमारे देश के अस्तित्व का सवाल है, जिसमें सबसे मजबूत रक्षात्मक रेखाएं शामिल हैं।" जेलेंस्की ने कहा कि NATO में शामिल होने का फैसला रूस का काम नहीं है।