
UAE ने भारतीयों के लिए पेश किया नया गोल्डन वीजा, जानिए इसकी पात्रता और शर्तें
क्या है खबर?
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अपने निवास कार्यक्रम को सभी क्षेत्रों के पेशेवरों के लिए और अधिक आसान बना दिया है। वहां की सरकार ने एक नया गोल्डन वीजा कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत अब नर्स, शिक्षक और प्रोफेसर जैसे छोटे पेशेवर भी महज 23 लाख रुपये जमा कराकर गोल्डन वीजा प्राप्त कर सकेंगे। वर्तमान में यह सुविधा केवल भारत और बांग्लादेश के नागरिकों के लिए शुरू की गई है। आइए इसके बारे में सबकुछ जानते हैं।
कार्यक्रम
क्या है UAE का गोल्डन वीजा कार्यक्रम?
UAE सरकार ने बड़े व्यवसायी और उद्योगतियों को आकर्षित करने के लिए साल 2019 में गोल्डन वीजा कार्यक्रम शुरू किया था। इसके तहत निवेशकों को वहां लंबे समय तक रहने की अनुमति मिलती है। 2022 में सरकार ने न्यूनतम संपत्ति सीमा को घटाकर 20 लाख अरब अमीरात दिरहम (AED) यानी लगभग 4.66 करोड़ रुपये कर दिया था। यानी निवेशकों को वहां के किसी बिजनेस या संपत्ति में यह निवेश करना होता था, लेकिन अब इसे और आसान बनाया गया है।
योजना
किन्हें मिलेगा नए गोल्डन वीजा कार्यक्रम का लाभ?
UAE सरकार की ओर से पेश किए गए नए गोल्ड वीजा में बड़े निवेशक या बिजनेसमैन के साथ अब वैज्ञानिक, अधिकारी, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, स्कूल शिक्षक, प्रधानाचार्य और विश्वविद्यालय के संकाय, 15 साल से अधिक अनुभव वाले नर्स, यूट्यूबर, पॉडकास्टर और डिजिटल कंटेट क्रिएटर्स, 25 वर्ष से अधिक आयु के मान्यता प्राप्त ई-स्पोर्ट्स पेशेवर, लक्जरी नौका मालिक और समुद्री विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है। इससे अब इन पेशेवरों के लिए भी UAE के दरवाजे खुल गए हैं।
जानकारी
नए गोल्डन वीजा के लिए कितना करना होगा निवेश?
समाचार एजेंसी PTI ने अधिकारियों के हवाले से लिखा कि नई नामांकन-आधारित वीजा नीति के तहत भारतीय अब 1 लाख AED (लगभग 23.30 लाख रुपये) का शुल्क देकर आजीवन गोल्डन वीजा प्राप्त कर सकते हैं। 3 महीने में 5,000 आवेदन की उम्मीद है।
परीक्षण
वीजा के प्रारंभिक रूप के परीक्षण के लिए चुनी गई यह कंपनी
नए गोल्डन वीजा के पायलट चरण में भारत और बांग्लादेश को चुना गया है। इसी तरह भारत में नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा के प्रारंभिक स्वरूप का परीक्षण करने के लिए रयाद ग्रुप नामक एक परामर्श कंपनी को चुना गया है। रयाद ग्रुप के प्रबंध निदेशक रयाद कमल अयूब ने कहा कि यह भारतीयों के लिए UAE का गोल्डन वीजा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। इसके माध्यम से छोटे पेशेवर भी UAE में अपना ठिकाना बना सकेंगे।
चयन
किस तरह से होगा गोल्डन वीजा के लिए चयन?
निदेशक अयूब ने PTI से कहा, "जब भी कोई आवेदक इस गोल्डन वीजा के लिए आवेदन करता है, तो हम सबसे पहले उनकी पृष्ठभूमि की जांच करते हैं। इसमें मनी लॉन्ड्रिंग समेत और आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के साथ ही उनके सोशल मीडिया खातों की भी जांच की जाती है।" उन्होंने बताया कि पृष्ठभूमि जांच से यह भी पता चलेगा कि आवेदक किस तरह से UAE की संस्कृति, अर्थव्यवस्था, व्यापार, विज्ञान, स्टार्ट-अप और पेशेवर सेवाओं को लाभ पहुंचा सकता है।
आवेदन
कैसे किया जा सकता है गोल्डन वीजा के लिए आवेदन?
निदेशक अयूब ने बताया कि जांच के बाद कंपनी आवेदन को सरकार को भेजेगी, जो इस पर अंतिम निर्णय लेगी। नामांकन श्रेणी के अंतर्गत UAE गोल्डन वीजा चाहने वाले आवेदक दुबई जाने की आवश्यकता के बिना अपने देश से पूर्व-अनुमोदन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस वीजा के लिए आवेदक भारत और बांग्लादेश में वन वास्को सेंटर, कंपनी के पंजीकृत कार्यालयों, आनलाइन पोर्टल या समर्पित काल सेंटर के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
लाभ
नए गोल्डन वीजा के तहत क्या-क्या मिलेंगे लाभ?
निदेशक अयूब ने बताया कि गोल्डन वीजा मिलने के बाद व्यक्ति को अपने परिवार के सदस्यों को दुबई लाने की आजादी मिल जाएगी। वह इस वीजा के आधार पर नौकर और ड्राइवर भी रख सकेंगे और देश में कोई भी व्यवसाय या पेशेवर काम कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि संपत्ति-आधारित गोल्डन वीजा संपत्ति की बिक्री या विभाजन के मामले में समाप्त हो जाता है, लेकिन नामांकन-आधारित वीजा हमेशा के लिए बना रहेगा। यह अपने आप में बहुत बड़ा वीजा है।