
थाईलैंड में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिली, सैंकड़ों लोगों ने शादी को वैध बनाया
क्या है खबर?
थाईलैंड में गुरुवार को समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिल गई, जिसके बाद सैंकड़ों समलैंगिक, उभयलिंगी, ट्रांसजेंडर और क्वीर (LGBTQ+) ने अपनी शादी को वैध बना लिया।
विवाह समानता अधिनियम के लागू होने के बाद थाईलैंड दक्षिण-पूर्व एशिया का पहला देश बन गया है।
कानून लागू होने के बाद गुरुवार को सबसे पहले थाई अभिनेता अपीवत 'पोर्श' अपीवत्सैरी (49) और साप्पन्यो 'आर्म' पनटकूल (38) ने बैंकॉक के रजिस्ट्री कार्यालय से विवाह प्रमाणपत्र हासिल किया।
इस मौके पर अपीवत रो पड़े।
समलैंगिक विवाह
बैंकाक में 311 समलैंगिक जोड़े कराएंगे पंजीकरण
BBC के मुताबिक, समलैंगिक विवाह का पंजीकरण कराने के लिए देशभर के जिला कार्यालयों में सैंकड़ों लोग सुबह 8 बजे से कतार में खड़े हैं।
पहले दिन सामूहिक विवाह समारोह बैंकॉक के सियाम पैरागॉन शॉपिंग मॉल में होगा, जिसमें करीब 311 जोड़े अपना पंजीकरण करा सकेंगे।
प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने कहा, "आपका लिंग या आप जिससे भी प्यार करते हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता, प्यार की कोई सीमा या अपेक्षा नहीं होती। सभी को समान कानूनों के तहत संरक्षण मिलेगा।"
मंजूरी
एशिया का तीसरा देश बना थाईलैंड
थाईलैंड, ताइवान और नेपाल के बाद समलैंगिक विवाह को वैध बनाने वाला तीसरा एशियाई देश है। थाईलैंड ने जून 2024 में विवाह समानता विधेयक पारित किया था, जो 23 जनवरी से लागू हुआ है।
थाईलैंड में समान विवाह कानून पारित करने के लिए वर्षों तक अभियान चला है। अक्टूबर में राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने इस कानून को मंजूरी दी थी।
थाईलैंड विश्व के उन 30 से अधिक देशों में शामिल हो गया है, जहां समलैंगिक विवाह वैध है।