
व्हाइट हाउस की सुरक्षा में सेंध, फेंस के ऊपर मोबाइल फेंकने के बाद लॉकडाउन लगाया गया
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति भवन 'व्हाइट हाउस' की सुरक्षा में चूक सामने आई है। वहां उत्तरी लॉन के सेफ्टी फेंस (सुरक्षा जाली) के ऊपर से किसी ने फोन फेंक दिया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से घटना की पुष्टि की है। इसके बाद व्हाइट हाउस को आपातकालीन उपायों के तहत तुरंत बंद कर दिया गया और लॉकडाउन लगा दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुट गई है।
घटना
घटना के वक्त व्हाइट हाउस में ही थे राष्ट्रपति ट्रंप
घटना के बाद सीक्रेट सर्विस ने तत्काल आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर दिया और व्हाइट हाउस को बंद कर दिया गया। इस दौरान वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को जेम्स ब्रैडी ब्रीफिंग रूम में भेजा गया। सुरक्षाकर्मियों ने कुछ देर के लिए पेनसिल्वेनिया एवेन्यू पर यातायात भी कुछ देर के लिए बंद कर दिया। घटना के वक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी व्हाइट हाउस में थे और पेनसिल्वेनिया जाने की तैयारी कर रहे थे।
पर्यटक
पर्यटक ने फेंका फोन- रिपोर्ट
डलास एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि एक पर्यटक ने व्हाइट हाउस के अंदर फोन फेंक दिया, जिसके कारण सुरक्षा उपाय किए गए, हालांकि सीक्रेट सर्विस द्वारा अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। घटना पर अभी तक व्हाइट हाउस की ओर से भी कोई बयान नहीं आया है। घटना से राष्ट्रपति ट्रंप के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पर भी कोई असर नहीं पड़ा। फिलहाल स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
बरामद
फोन बरामद, फेंकने वाले की जानकारी नहीं
अधिकारियों ने फेंके गए फोन को बरामद कर लिया है। इसमें कुछ भी संदिग्ध या नुकसानदायक नहीं मिला है। इसके बाद लॉकडाउन हटा लिया गया है। हालांकि, अभी तक ये पता नहीं है कि फोन किसने और क्यों फेंका। एजेंसी ने ये भी नहीं बताया कि उन्होंने फोन फेंकने वाले को हिरासत में लिया है या नहीं या उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है। लेविट ने कहा कि फोन फेंकने वाला कोई पर्यटक है।
चूक
पहले भी हुई है व्हाइट हाउस की सुरक्षा में चूक
ये पहली बार नहीं है, जब व्हाइट हाउस में सुरक्षा चूक हुई है। इसी साल एक बच्चा व्हाइट हाउस की फेंसिंग के बीच से घुस गया था। इसके बाद सीक्रेट सर्विस ने उसे उसके माता-पिता को सौंपा था। सितंबर 2014 में उमर गोंजालेज नामक शख्स फेंसिंग फांदकर व्हाइट हाउस में घुस गया था। हालांकि, तब तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा वहां नहीं थे। घटना के बाद सीक्रेट सर्विस की निदेशक को इस्तीफा देना पड़ा था।