
ओरोपोच वायरस क्या है और क्या ये दुनिया में अगली महामारी की वजह बन सकता है?
क्या है खबर?
अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय देशों में ओरोपोच वायरस तेजी से फैल रहा है। पहले इस वायरस से संक्रमित मरीज कम सामने आते थे, लेकिन 2023 के बाद से करीब 23,000 लोग इससे संक्रमित हो गए हैं। बोलीविया, ब्राजील, कोलंबिया, क्यूबा, डोमिनिकन गणराज्य और पेरू में सबसे ज्यादा मामले आए हैं और 5 लोगों की मौत भी हो गई है। जानकार इसे अगली महामारी की तरह देख रहे हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
वायरस
क्या है ओरोपोच वायरस?
ओरोपोच एक 'उभरता हुआ वायरस' है, जो मिज या मच्छरों से फैलता है। मिज एक तरह का छोटा कीड़ा होता है। इसे पहली बार 1955 में त्रिनिदाद और टोबैगो में पहचाना गया था। इसे स्लॉथ फीवर भी कहते हैं। शुरुआत में ये केवल दक्षिण अमेरिका में अमेजन के आसपास ही फैलता था, लेकिन हालिया सालों में इसके मामले कई देशों में सामने आए हैं। इसी ने विशेषज्ञों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
लक्षण
संक्रमित लोगों में क्या-क्या लक्षण देखे जाते हैं?
वायरस से संक्रमित मरीजों में सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में अकड़न, बुखार, ठंड लगना, चक्कर आना और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है। ज्यादातर लोगों में कोई गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं। हालांकि, कुछ लोगों में संक्रमित होने के बाद मस्तिष्क में सूजन, भ्रम या मानसिक स्थिति में परिवर्तन और उजाले के प्रति संवेदनशीलता की समस्या भी देखने को मिली है। कई लोगों में खास लक्षण नजर भी नहीं आते हैं।
खतरा
कितना खतरनाक है वायरस?
गंभीर मामलों में यह वायरस मस्तिष्क में सूजन का कारण भी बन सकता है। नेचर स्टडी के अनुसार, ओरोपोच वायरस गर्भवती महिलाओं से गर्भ में पल रहे बच्चों में फैल सकता है। 2023 में इस वजह से 2 महिलाओं के बच्चों की पेट में ही मौत हो गई और एक बच्चा विसंगति के साथ पैदा हुआ। जानकारों का मानना है कि हालिया सालों में वायरस में कई बदलाव हुए हैं, जिससे ये और घातक हो गया है।
महामारी
क्या अगली महामारी की वजह बन सकता है वायरस?
वायरस पहले केवल कैरिबियन और दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय वर्षावनों के लोगों को प्रभावित करता था। अब कई महानगरों में इसके मामले सामने आए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ये अब स्थानीय समस्या के बजाय वैश्विक समस्या बन गई है। इस वायरस का जीनोम DNA के बजाय RNA में है, जिससे दोबारा संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है और वैक्सीन से इलाज करना भी कठिन होता है।
बचाव
क्या हैं वायरस से बचाव के तरीके?
घर में मच्छरों और कीड़ों को दूर रखने वाले केमिकल छिड़कें। आसपास मच्छर या कीड़े हों तो पूरी आस्तीन का शर्ट, मोजे और लंबी पैंट पहनें। घर के आसपास की नियमित सफाई करें। खाली बर्तन या टायर जैसी पानी भराने वाले सामान को हटा दें। नाली को ढंककर रखें। घर की खिड़कियों और दरवाजों में बारीक जाली लगवाएं और संभव हो तो खिड़की दरवाजे बंद रखें। सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।