
रूस ने यूक्रेन में 8 से 10 मई तक की युद्ध विराम की घोषणा
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच आश्चर्यजनक रूप से 8 से 10 मई के बीच तीन दिवसीय युद्ध विराम की घोषणा की है।
इस घोषणा को द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जीत की 80वीं वर्षगांठ की याद में माना जा रहा है। हालांकि, रूस ने इसका कारण स्पष्ट नहीं किया है।
रूस ने यूक्रेन को युद्ध विराम का उल्लंघन करने पर प्रभावी जवाब देने की भी चेतावनी दी है।
घोषणा
रूस ने क्या की है घोषणा?
राष्ट्रपति पुतिन के आदेश के अनुसार, मानवीय विचारों से बाहर घोषित यह युद्ध विराम 8 मई की मध्यरात्रि से शुरू होगा और 11 मई की मध्य रात्रि तक चलेगा। इस अवधि के दौरान सभी प्रकार के सैन्य अभियान पूरी तरह से निलंबित रहेंगे।
रूस का मानना है कि यूक्रेनी पक्ष को इस उदाहरण का अनुसरण करना चाहिए। यूक्रेनी पक्ष द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन की स्थिति में रूसी सशस्त्र बल पर्याप्त और प्रभावी जवाब देने को तैयार रहेंगे।
पुष्टि
रूस ने बिना शर्त वार्ता करने की पुष्टि
रूस ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वह बिना किसी पूर्व शर्त के शांति वार्ता के लिए अपनी तत्परता की पुष्टि करता है, जिसका उद्देश्य यूक्रेनी संकट के मूल कारणों को दूर करना और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना है।
इससे पहले राष्ट्रपति पुतिन ने राजधानी मॉस्को में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ से हुई करीब 3 घंटे की मुलाकात में यूक्रेन के साथ वार्ता करने की इच्छा दोहराई थी।
आरोप
राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन पर लगाया युद्ध को लंबा खींचने का आरोप
इससे पहले शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने रोम में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करने के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि पुतिन यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध को लंबा खींचना चाहते हैं और उनका इसे खत्म करने का कोई इरादा नहीं है। वह बस उन्हें बहकाने का काम कर रहे हैं।
ट्रंप ने यह बयान पूर्व में पुतिन के बिना पूर्व शर्त वार्ता न करने के बयान को लेकर दिया था।
प्रयास
ट्रंप का भरोसा जीतने का प्रयास कर रहा है रूस
विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन इस युद्ध विराम की घोषणा के जरिए राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन फिर से वापस हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि ट्रंप ने रूस द्वारा यूक्रेन में नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी जारी रखने के फैसले पर नाराजगी जताई थी।
उन्होंने कहा था कि यूक्रेन पर मिसाइलें दागने का कोई कारण नहीं था। वह अब बैंकिंग या द्वितीयक प्रतिबंधों के माध्यम से रूस से निपटने का प्रयास करेंगे।