यूक्रेन और रूस ने स्कूल पर मिसाइल हमले के लेकर एक-दूसरे पर लगाए आरोप
क्या है खबर?
रूस के कुर्स्क क्षेत्र के सुदजा में एक बोर्डिंग स्कूल पर मिसाइल हमले में 4 लोगों की मौत हो गई है।
इस स्कूल का इस्तेमाल नागरिक आश्रय के रूप में किया जा रहा था, जहां ज्यादातर बुज़ुर्ग रहते थे।
इस हमले के बाद यूक्रेन की सेना ने रूस पर जानबूझकर इमारत को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि रूसी पक्ष को पूरी जानकारी थी कि छात्रावास में बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों सहित स्थानीय नागरिक रह रहे थे।
आरोप
रूस ने यूक्रेन पर लगाया मिसाइल दागने का आरोप
रूस के रक्षा मंत्रालय ने हमले के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराया तथा दावा किया कि मिसाइलें यूक्रेन के सुमी क्षेत्र से दागी गई थीं।
अगस्त में यूक्रेन द्वारा सीमा पार से किए गए बड़े हमले के बाद सुद्झा 5 महीने तक यूक्रेनी नियंत्रण में रहा था।
इधर, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हमले की निंदा करते हुए कहा, 'उन्होंने इमारत को नष्ट कर दिया, जबकि वहां दर्जनों नागरिक मौजूद थे।'
निंदा
जेलेंस्की ने की हमले की निंदा
जेलेंस्की ने स्कूल पर हमले और रूस के पिछले संघर्षों के बीच समानताएं भी बताईं।
उन्होंने लिखा, "रूस ने दशकों पहले चेचन्या के खिलाफ इसी तरह युद्ध छेड़ा था। उन्होंने सीरियाई लोगों को इसी तरह मारा। रूसी बमों ने भी यूक्रेनी घरों को नष्ट किया है। यहां तक की अपने लोगों के खिलाफ भी रूसी सेना इसी रणनीति का इस्तेमाल कर रही है।"
इसके अलावा, पोल्टावा में एक अपार्टमेंट पर रूसी मिसाइल हमले में 12 लोगों की मौत हो गई।
सुझाव
अमेरिकी राजदूत ने दिया चुनाव कराने का सुझाव
इन घटनाक्रमों के मद्देनजर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत कीथ केलॉग ने प्रस्ताव दिया कि युद्ध जारी रहने के बावजूद यूक्रेन को चुनाव कराना चाहिए।
उन्होंने रॉयटर्स से कहा, "अधिकांश लोकतांत्रिक राष्ट्र युद्ध के समय में चुनाव कराते हैं। मुझे लगता है कि ऐसा करना महत्वपूर्ण है।"
बता दें कि ट्रंप और केलॉग दोनों ने कहा है कि वे फरवरी 2022 से रूस के युद्ध को समाप्त करने की योजना पर काम कर रहे हैं।