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त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रवासी भारतीयों को जारी होगा OCI कार्ड, जानिए क्या है खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रवासी भारतीयों के लिए OCI कार्ड की घोषणा की (तस्वीर: एक्स/@narendramodi)

त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रवासी भारतीयों को जारी होगा OCI कार्ड, जानिए क्या है खासियत

लेखन गजेंद्र
Jul 04, 2025
01:28 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैरीबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो की 2 दिवसीय यात्रा पर हैं। यहां की 40 प्रतिशत से अधिक आबादी भारतीय मूल की है। शुक्रवार को उन्होंने यहां की पहली महिला प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ भारतीय समुदाय के एक सम्मेलन को संबोधित किया तो दोनों देशों के संबंधों पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने आर्थिक, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग की वकालत करते हुए प्रवासी भारतीयों के लिए ओरवसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड (OCI) जारी करने की घोषणा की।

घोषणा

प्रधानमंत्री मोदी ने OCI कार्ड की घोषणा करते हुए क्या कहा?

प्रधानमंत्री मोदी ने OCI की घोषणा करते हुए एक्स पर लिखा, 'त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को OCI कार्ड जारी करने के हमारे निर्णय से भारत के साथ उनका संबंध मजबूत होगा और भावी पीढ़ियों के लिए हमारी साझा विरासत सुरक्षित रहेगी।' मोदी ने कहा कि भारत और त्रिनिदाद-टोबैगो सिर्फ खून या उपनाम से जुड़े हुए नहीं हैं बल्कि अपनेपन से जुड़े हुए हैं, भारत आपकी ओर देखता है और आपका गले लगाकर स्वागत करता है।

कार्ड

किन्हें जारी हो सकता है OCI कार्ड?

भारत की ओर से प्रवासी भारतीयों को OCI कार्ड जारी करता है, जो भारतीय मूल के विदेशी नागरिक हैं, लेकिन फिर भी भारत के साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध रखना चाहते हैं। यह भारतीय नागरिकता नहीं होती, लेकिन प्रवासी भारतीयों को स्थायी तौर पर निवास और कई सुविधाएं प्रदान करती है। भारत की ओर से अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फ्रांस, जर्मनी, सिंगापुर, मलेशिया और कुछ छोटे देशों को OCI कार्ड जारी होता है। बांग्लादेश और पाकिस्तान इससे बाहर हैं।

खासियत

OCI कार्ड की खासियत क्या है?

किसी प्रवासी भारतीय के माता-पिता या पूर्वज भारत के नागरिक थे, जिनका जन्म भारत में हुआ या 26 जनवरी, 1950 से पहले भारत में थे, तो कार्ड जारी होता है। कार्डधारक को भारत के लिए बार-बार वीजा नहीं लेना पड़ता, वह बिना किसी समयसीमा के यहां रह सकता है। कार्डधारक संपत्ति खरीद, बैंक खाता खोलना, निवेश, देशभर में यात्रा, पढ़ाई या कुछ चुनिंदा नौकरी कर सकते हैं। वे खेती-किसानी के लिए जमीन नहीं ले सकते और वोट नहीं दे सकते।

दौरा

त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री का नाता बिहार से

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए बताया कि त्रिनिदाद-टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे, वह उस जगह का दौरा कर चुकी हैं और लोग उन्हें 'बिहार की बेटी' मानते हैं। बता दें कि इस देश के प्रवासी, 1845 में बंधुआ मजदूर के रूप में आने वाले अप्रवासियों के वंशज हैं। यह कैरिबियाई क्षेत्र में भारतीय मूल के लोगों का सबसे बड़ा जमावड़ा है।