
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक, विदेश दौरे का अनुभव जाना
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 33 देशों के दौरे से लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के नेताओं के साथ अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात की। इस मौके पर मोदी ने सभी सांसदों से दौरे के बारे में पूछा और अनुभव जाना। सांसदों ने मोदी को विदेशों के रुख से अवगत कराया। सांसदों ने मोदी के साथ रात्रिभोज भी किया। बता दें, प्रतिनिधिमंडल से विदेश मंत्री एस जयशंकर मुलाकात कर चुके हैं। केंद्र ने दौरे की प्रशंसा की थी।
जांच
सभी सांसदों की हुई कोरोना जांच
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच हो रही बैठक में पहुंचे सभी सांसदों की कोरोना की जांच भी कराई गई है। सांसदों की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद उन्हें बैठक में शामिल किया गया है। केंद्र सरकार ने 33 देशों की यात्रा के लिए 59 सदस्यों (51 सांसद और 8 राजदूत) का 7 प्रतिनिधिमंडल तैयार किया था। इसमें 4 का नेतृत्व सत्तारूढ़ जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और 3 का नेतृत्व विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने किया था।
ट्विटर पोस्ट
मोदी ने सांसदों से मुलाकात की
Indian PM Modi meets leaders who were part of inter party delegations that visited several Foreign capitals to highlight Pakistan's support to cross border terror. In picture, PM Modi with opposition leaders like Shashi Tharoor, Anand Sharma, Ghulam Nabi Azad. pic.twitter.com/g8a2wKVWXK
— Sidhant Sibal (@sidhant) June 10, 2025
दौरा
इन नेताओं के नेतृत्व में गया था प्रतिनिधिमंडल
भारत से 59 सांसदों और राजदूतों का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान को लेकर भारत का रुख और 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देने के लिए 33 देशों के दौरे पर गया है। प्रतिनिधिमंडल को 7 समूहों में बांटा गया है, जिसका नेतृत्व शशि थरूर (कांग्रेस) रविशंकर प्रसाद (भाजपा) संजय कुमार झा (JDU) बैजयंत पांडा (भाजपा) कनिमोझी (DMK) सुप्रिया सुले (NCP-SCP) और श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना) कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में 31 सदस्य सत्तारूढ़ NDA और 20 अन्य राजनीतिक दल के हैं।
यात्रा
कौन-कौन सा दल कहां-कहां गया था?
संजय झा (22-31 मई) जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया श्रीकांत शिंदे (21-31 मई) UAE, कांगो, सिएरा लियोन, लाइबेरिया बैजंत पांडा (23-30 मई) बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब, अल्जीरिया रविशंकर प्रसाद (25 मई से 5 जून) फ्रांस, इटली, डेनमार्क, ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी शशि थरूर (25 मई से 3 जून) गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील, अमेरिका कनिमोझी (22-31 मई) रूस, स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया, स्पेन सुप्रिया सुले (24 मई से 1 जून) कतर, दक्षिण अफ्रीका, इथियोपिया और मिस्र
फैसला
क्यों लिया गया था यह निर्णय?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद 7 मई को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए। इससे पाकिस्तान बौखला गया और भारत के सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना ने हमले नाकाम किए। प्रतिनिधिमंडल के जरिए भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है।