
प्रधानमंत्री मोदी से मिलने से पहले करानी होगी कोरोना वायरस की जांच, इस कारण लिया फैसला
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले मंत्रियों के लिए कोरोना की जांच अनिवार्य कर दी गई है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, अगर किसी मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का समय लिया है, तो उसे पहले RT-PCR जांच करानी होगी।
रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद ही मंत्रियों को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने दिया जाएगा। यह आदेश सांसदों और अधिकारियों पर भी लागू होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी मास्क अनिवार्य नहीं किया है।
बैठक
भाजपा सांसदों और विधायकों की बैठक से पहले होगी कोरोना जांच
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दिल्ली में भाजपा के सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात से पहले सभी सांसदों, विधायकों और भाजपा नेताओं को कोरोना जांच कराने की सलाह दी गई है।
इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री ने विदेश दौरे से लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की थी, जिनकी कोरोना जांच कराने की बात सामने आई थी। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रमों को लेकर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
कोरोना वायरस
अब तक देश में 7,000 से अधिक मामले सामने आए
कोरोना वायरस के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को सक्रिय मरीजों की संख्या 7,000 के आंकड़े को पार कर गई है। पिछले 24 घंटे में 306 नए मामले मिले हैं।
सबसे अधिक मामले केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 3 मौत भी दर्ज की गई है, जो महाराष्ट्र और कर्नाटक में हुई हैं।
राज्यों ने अपने स्तर से कोरोना प्रसार को रोकने और निपटने के इंतजाम किए हैं।
जानकारी
क्या है RT-PCR जांच?
रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन-पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (RT-PCR) कोरोना का पता लगाने का सटीक प्रयोगशाला तरीका है। इसमें वायरस के आनुवंशिक पदार्थ (RNA) का पता लगाने के लिए नाक-गले से स्वाब नमूने लेते हैं। इसके परिणाम 4-24 घंटे में आते हैं। ये रैपिड एंटीजन टेस्ट से बेहतर है।