जल्द गिरफ्तार होगा आतंकी हाफिज सईद, पाकिस्तानी पुलिस ने की पुष्टि
मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। पाकिस्तानी पुलिस ने गुरुवार को कहा कि हाफिज सईद और उसके 12 करीबी सहयोगियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। ये पहली बार है जब पाकिस्तान ने किसी मामले में हाफिज सईद का नाम सीधे तौर पर लिया है। एक दिन पहले ही 12 सहयोगियों के साथ हाफिज सईद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
आतंकी फंडिंग के लिए कल दर्ज हुआ था मुकदमा
बुधवार को पाकिस्तान की पंजाब पुलिस के आंतक निरोधक विभाग (CTD) ने लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत के नेतृत्व पर लाहौर, गुजरांवाला और मुल्तान में 23 FIR दर्ज की थीं। इन मामलों में हाफिज सईद और उसके 12 करीबी सहयोगियों को आरोपी बनाया गया था। इन पर ट्रस्टों और दूसरे संगठनों के जरिए आतंक के लिए धन जुटाने का आरोप है। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के निर्देशों के बाद यह कार्रवाई की गई है।
पंजाब पुलिस ने कहा, जल्द गिरफ्तार होगा हाफिज सईद
समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए पाकिस्तान के पंजाब पुलिस के प्रवक्ता नियाब हैदर नकवी ने बताया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि हाफिज सईद को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है, तो उन्होंने कहा, "पहले आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की जाती है, फिर उसे गिरफ्तार किया जाता है। हाफिज सईद और उसके सहयोगियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।"
सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रही पुलिस
इमरान खान की पाकिस्तान सरकार के एक सूत्र ने PTI को बताया कि पंजाब पुलिस हाफिज हईद पर हाथ डालने के लिए शीर्ष नेतृत्व की मंजूरी का इंतजार कर रही है। उसने बताया, "सईद अभी लाहौर के जौहर इलाके स्थित अपने निवास पर है। उसके निवास पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रही है।" सूत्रों के अनुसार, हाफिज को इस हफ्ते भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
FATF में ब्लैकलिस्ट होने के डर से कार्रवाई कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार की तरफ से ये कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की कार्रवाई से बचने के लिए की जा रही है। FATF की पिछली बैठक में पाकिस्तान को आतंकियों को फंडिंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया था। बता दें, पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल है। अगर पाकिस्तान कार्रवाई नहीं करेगा तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। ब्लैकलिस्ट होने का यही डर पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए मजबूर कर रहा है।
पुलवामा हमले के बाद कार्रवाई करने को मजबूर हुआ है पाकिस्तान
इससे पहले पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत ने जमात-उद-दावा (JuD) और जैश-ए-मोहम्मद के 12 सदस्यों को आतंकी फंडिंग के लिए 5 साल की सजा सुनाई थी। उससे पहले मार्च में लाहौर स्थित JuD और फलाह-ए-इंसानियत के मुख्यालयों को सील कर दिया था और 120 से ऊपर संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। पुलवामा हमले के बाद बने वैश्विक दवाब के बीच आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के अपने दावे को मजबूत करने के लिए ऐसा किया गया था।
मुंबई हमलों के बाद हाफिज को घोषित किया गया था वैश्विक आतंकी
हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हमला किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। हमलों के बाद UNSC ने हाफिज को वैश्विक आतंकवादी घोषित करते हुए उस पर प्रतिबंध लगा दिया है। लश्कर-ए-तैयबा भी आतंकी संगठनों की सूची में आता है, इसलिए उसने अपने तमाम आर्थिक और राजनीतिक काम चलाने के लिए JuD जैसे अन्य संगठन बना रखे हैं। JuD लश्कर के मुखौटे के तौर पर काम करता है।