पुलवामा हमले में शहीद जवान के शिशु की हालत नाज़ुक, पत्नी ने की प्रार्थना की गुज़ारिश
क्या है खबर?
पुलवामा हमले में मारे गए जवानों को आज तक कोई भूल नहीं पाया है। हमले में मारे गए CRPF जवानों के परिवार को इस समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में हमले में मारे गए CRPF जवान के तीन दिन के शिशु को गंभीर हालत की वजह से राँची के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहीद जवान की पत्नी ने बेटे के लिए लोगों से प्रार्थना की अपील भी की है।
जन्म
जवान की मृत्यु के दो महीने बाद जन्मा बच्चा
जानकारी के अनुसार, भागलपुर के रतनपुर गाँव के जवान रतन ठाकुर की मृत्यु के लगभग दो महीने बाद उनकी पत्नी राजनंदिनी देवी ने 06 अप्रैल को एक बेटे को जन्म दिया।
बच्चा समय से पहले हुआ था, इस वजह से वह कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिर गया।
इसके बाद उसे भागलपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया।
वहाँ से डॉक्टरों ने मामले को रानी चिल्ड्रेन अस्पताल भेज दिया।
समस्या
जन्म के बाद रोता नहीं था बच्चा
रानी चिल्ड्रेन अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया, "शिशु में इंट्रावेंटिकुलर हैमरेज (मस्तिष्क के अंदर द्रव से भरे क्षेत्र में रक्तस्त्राव) और गर्भावस्था के आठवें महीने में पैदा होने की वजह से हाईड्रोसेफेलस (मस्तिष्क में तरल पदार्थ) में रक्तस्त्राव जैसी जटिलताओं का विकास हुआ है।"
उन्होंने बताया कि इसकी वजह से बच्चे की हालत नाज़ुक बनी हुई है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, जन्म के बाद से बच्चा रो नहीं रहा था।
जानकारी
अस्पताल कर रहा है सर्वोत्तम उपचार की व्यवस्था
डॉक्टर राकेश ने आगे बताया, "इस मामले में आधे-आधे की स्थिति बनी हुई है। अस्पताल बच्चे के लिए सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार की व्यवस्था कर रहा है। इस समय बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया है।"
इलाज
अस्पताल ने इलाज पर की 50% छूट की घोषणा
अस्पताल प्रशासन ने इलाज पर 50% की छूट की घोषणा की है।
प्रशासक मुकुल घोष ने कहा, "बोर्ड की बैठक में यह तय किया जाएगा कि क्या सभी शुल्क माफ़ हो सकते हैं।"
वहीं दूसरी तरफ़ शहीद की पत्नी और पिता रामनिरंजन ठाकुर ने डॉक्टरों से विनती की।
उन्होंने कहा, "अब मैं एक और बेटा नहीं खो सकता। वह अपने पिता के निधन के बाद पैदा हुआ है। मैं यह कोशिश करूँगा कि वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चले।"
प्रार्थना
बेटे को खोने के बारे में सोचना कष्टदाई- राजनंदिनी
शहीद की पत्नी राजनंदिनी ने कहा कि पति के निधन के बाद अपने बेटे को खोने के बारे में सोचना काफ़ी कष्टदाई है।
उन्होंने कहा, "मैंने उम्मीद नहीं खोई है। मेरे पति के शहीद होने पर भारत के लोग उनकी प्रार्थनाओं में एकजुट थे। मैं लोगों से शहीद के बेटे के लिए प्रार्थना करने की अपील करती हूँ।"
शहीद CRPF जवान रतन सिंह का एक तीन साल का बेटा भी है और उनके तीन भाई-बहन हैं।