अमेरिका: 13 घंटे तक मोबाइल नेटवर्क ठप, साइबर हमले की आशंका पर व्हाइट हाउस क्या बोला?
क्या है खबर?
अमेरिका में 22 फरवरी को हजारों मोबाइलों ने अचानक काम करना बंद कर दिया। स्थानीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे से दोपहर 2:15 बजे तक मोबाइल नेटवर्क चले गए।
सबसे ज्यादा असर AT एंड T नेटवर्क, टी-मोबाइल और वेरिजॉन कंपनी की सिम इस्तेमाल कर रहे लोगों पर पड़ा।
इस समस्या के पीछे साइबर हमले की आशंका भी जताई गई है। इसके बाद व्हाइट हाउस ने मामले की जांच करने का फैसला लिया है।
मामला
क्या है मामला?
22 फरवरी को AT एंड T कंपनी की सिम इस्तेमाल कर रहे करीब 32,000 लोगों ने नेटवर्क गायब होने की शिकायत की थी। इस दौरान फोन और टैक्स्ट मैसेज भेजने पर मोबाइल पर इमरजेंसी सर्विस लिखा आने लगा।
अमेरिका की आपातकालीन सेवा 911 पर भी फोन नहीं लग रहा था। दोपहर तक केवल AT एंड T के ही 74,000 उपयोगकर्ताओं ने इस तरह की शिकायत की।
बाद में टी-मोबाइल और वेरिजॉन के उपयोगकर्ताओं ने भी इस तरह की शिकायत की।
समस्या
कहां-कहां आई नेटवर्क समस्या?
लगभग पूरे अमेरिका से ही उपयोगकर्ताओं ने नेटवर्क डाउन होने की शिकायत की। न्यूयॉर्क, बॉस्टन, अटलांटा, ह्यूस्टन, लॉस एंजिल्स, सिएटल और सैन फ्रांसिस्को सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।
कनाडा के मॉन्ट्रियल में भी कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। AT एंड T के वॉकी-टॉकी भी प्रभावित हुए।
वेरिजॉन और टी-मोबाइल ने कहा कि उनके ग्राहकों को तब समस्याएं हुईं, जब उन्होंने AT एंड T के उपयोगकर्ताओं को कॉल या मैसेज भेजने का प्रयास किया।
बयान
मामले पर कंपनियों ने क्या कहा?
AT एंड T ने एक बयान में कहा, "हम अपने ग्राहकों से माफी मांगते हैं। उन्हें जोड़े रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं कि हमारे ग्राहकों को भविष्य में दोबारा ऐसा अनुभव न हो। यह समस्या हमारे नेटवर्क विस्तार के दौरान गलत प्रक्रिया निष्पादन के कारण हुई है।"
कंपनी ने जोर देकर कहा कि ये समस्या बाहरी हस्तक्षेप के बजाय सिस्टम की गलती के कारण हुई।
व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस ने कहा- साइबर हमले के सबूत नहीं
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि संघीय जांच ब्यूरो (FBI) और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन इसे साइबर हमले से जोड़ने वाला कोई सबूत नहीं मिला है।
संघीय संचार आयोग (FCC) ने भी घटना की जांच शुरू की है। इसके अलावा अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी भी समस्या के कारण को समझने के लिए AT एंड T के साथ काम कर रही है।