कोरोना वायरस: अगले हफ्ते आ सकते हैं मोडर्ना की वैक्सीन के ट्रायल के अंतरिम नतीजे
अमेरिकी कंपनी मोडर्ना अपनी संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल के अंतरिम नतीजे अगले हफ्ते जारी कर सकती है। इसी के साथ वह अंतिम चरण के ट्रायल के नतीजे जारी करने वाली मात्र दूसरी कंपनी बन जाएगा और उससे पहले अमेरिका की ही फाइजर कंपनी अपनी वैक्सीन के ट्रायल के शुरूआती नतीजे जारी कर चुकी है। विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि फाइजर की वैक्सीन की तरह मोडर्ना की वैक्सीन भी संक्रमण रोकने में प्रभावी साबित होगी।
ट्रायल में शामिल 53 लोगों के संक्रमित होने के बाद जारी किए जाएंगे अंतरिम नतीजे
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, मोडर्ना की पहली अंतरिम समीक्षा ट्रायल में शामिल लोगों में कम से कम 53 संक्रमित मिलने के बाद होने की संभावना है। इन संक्रमितों में से किसे वैक्सीन दी गई थी और किसे नहीं, इसका विश्लेषण किया जाएगा और इसी के आधार पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, यह तय किया जाएगा। फाइजर की बात करें तो उसकी वैक्सीन के अंतरिम नतीजे ट्रायल में शामिल 94 लोगों के संक्रमित होने के बाद जारी किए गए थे।
एक साथ शुरू हुआ था मोडर्ना और फाइजर का ट्रायल
mRNA तकनीक पर आधारित मोडर्ना की कोरोना वायरस वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल जुलाई में फाइजर के साथ ही शुरु हुआ था, लेकिन इसके नतीजे थोड़ी देरी से आ रहे हैं। इसका एक मुख्य कारण दोनों वैक्सीनों की खुराकों के बीच अंतराल है। जहां फाइजर की वैक्सीन की दो खुराकों को तीन हफ्ते के अंतराल पर दिया जाता है, वहीं मोडर्ना की वैक्सीन की दो खुराकों के बीच चार हफ्ते का समय होना जरूरी है।
विशेषज्ञों को उम्मीद- प्रभावी साबित होगी मोडर्ना की वैक्सीन
विशेषज्ञ मोडर्ना की वैक्सीन के बेहद प्रभावी साबित होने की उम्मीद लगाकर चल रहे हैं क्योंकि समान तकनीक पर आधारित फाइजर की वैक्सीन 90 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है। वहीं मोडर्ना कह चुकी है कि अगर उसकी वैक्सीन कम से कम 70 प्रतिशत प्रभावी साबित होती है तो वह इसके आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी के लिए आवेदन कर देगी। कंपनी इस साल के अंत तक अपनी वैक्सीन की दो करोड़ खुराकें बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
अमेरिका को जाएंगी मोडर्ना की वैक्सीन की शुरूआती खुराकें
मोडर्ना को वैक्सीन बनाने के लिए अमेरिकी सरकार के 'ऑपरेशन वार्प स्पीड' के तहत फंडिंग मिली है और इसलिए इसकी शुरूआती खुराकें अमेरिका को ही जाएंगी। सरकार ने कोरोना वैक्सीन के तेजी से निर्माण और इसके वितरण के लिए ये ऑपरेशन चलाया है।
ट्रायल के अंतिम चरण में हैं कोरोना वायरस की 11 वैक्सीनें
अन्य उम्मीदवारों की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अभी कोरोना वायरस की 11 वैक्सीनों का तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। मोडर्ना और फाइजर के बाद एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन इनमें सबसे आगे है और इसके ट्रायल के नतीजे भी इसी साल आ सकते हैं। इस वैक्सीन की शुरूआती 10 करोड़ खुराकें दिसंबर में भारत को मिलनी है और इसलिए इसके नतीजे भारत के लिए सबसे अहम हैं।
दुनियाभर में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
महामारी की स्थिति की बात करें तो दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है और बीते दिन पूरी दुनिया में संक्रमण के 6,57,312 नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। दुनियाभर में अब तक कुल 5.32 करोड़ लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 13 लाख लोगों की मौत हुई है। 1.04 करोड़ संक्रमितों और 2.41 लाख मौतों के साथ अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है।