
भारत में घुसपैठ बढ़ाने की कोशिश, पाकिस्तान ने LoC के पास शिफ्ट किए आतंकी लॉन्च पैड
क्या है खबर?
भारत में घुसपैठ को बढ़ावा देने की कोशिशों से पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है। खबरें हैं कि पाकिस्तान ने आतंकियों के सभी लॉन्चिंग पैड को नियंत्रण रेखा (LoC) के पास शिफ्ट कर दिया है। अब ये कैंप नियंत्रण रेखा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर आ गए हैं।
इन कैंपों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों को ठहराया गया है ताकि वो भारत में घुसपैठ की कोशिशें कर सकें।
जानकारी
ISI कर रही लॉन्च पैड्स का प्रबंधन
न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इन कैंप से भारत में घुसपैठ के कई रास्ते हैं। ऐसा इसलिए किया गया है कि भारतीय सुरक्षाबलों को व्यस्त रखा जा सके। इन लॉन्च पैड्स पर मौजूद सभी आतंकी पूरी तरह प्रशिक्षित बताए जा रहे हैं और इनका प्रबंधन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI कर रही है।
बताया जा रहा है कि सेना को सीजफायर का उल्लंघन करने के लिए उकसाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
जानकारी
अफगानिस्तान सीमा से लौटे आतंकी घुसपैठ को तैयार
रिपोर्ट में बताया गया है कि अफगानिस्तान सीमा पर मौजूद आतंकियों को तालिबानी सेना ने पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। इसके बाद बड़ी संख्या में आतंकी नियंत्रण रेखा की तरफ लौट आए हैं और भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहे हैं।
इससे पहले खबर आई थी कि ISI पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के तीन हिस्सों में इन आतंकी कैंपों का प्रबंधन कर रही हैं। ये तीन इलाके मनशेरा, मुजफ्फराबाद और कोटली बताए गए थे।
तरीका
कैसे काम करते हैं लॉन्च पैड?
आतंकियों को प्रशिक्षण के बाद सीमा के नजदीक बने कैंपों में लाया जाता है। यहां उन्हें हथियार और दूसरे सामान देकर नियंत्रण रेखा पार करने के लिए भेजा जाता है ताकि वो घुसपैठ कर अग्रिम इलाकों में घुस सकें।
भारत के अग्रिम इलाकों की बात करें तो गुरेज, केल, नीलम घाटी, तंगधार, उरी, चकोटी, गुलमर्ग, पुंछ, राजौरी, नौशेरा और सुंदरबन सेक्टर ऐसे इलाके हैं, जो नियंत्रण रेखा से 2-3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
जानकारी
ड्रोन के जरिये भारत में भेजे गए हैं हथियार- सूत्र
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिये करीब 300 छोटे हथियार भारत में भेजे हैं। फिलहाल श्रीनगर के आसपास लश्कर और जैश के करीब 50 आतंकी छिपे हुए हैं और ये हमला करने की फिराक में हैं।
खुलासा
जिंदा पकड़े गए आतंकी ने लिया था ISI का नाम
इसी सप्ताह भारतीय सेना ने राजौरी से एक पाकिस्तानी आतंकी को जिंदा पकड़ा था। उसने बताया कि भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने उसे 30,000 रुपये दिए थे।
जिंदा पकड़े गए आतंकी की पहचान तरबेर हुसैन के तौर पर हुई है और वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के सब्जकोट का रहने वाला है। वह एक बार पहले भी भारत में पकड़ा गया था, लेकिन मानवीय आधार पर उसकी रिहाई हो गई थी।
जानकारी
घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम कर चुकी सेना
भारतीय सेना ने बताया कि इस हफ्ते उसने घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम किया गया है। एक जगह लैंडमाइन फटने से दो आतंकियों की मौत हो गई, जबकि एक जगह आतंकियों को वापस खदेड़ दिया गया।